गैंगरेप मामले में 3 थाना प्रभारियों का निलंबन: कांग्रेस
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने आज प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि गैंगरेप के मामले में तीन थाना प्रभारियों (टीआई) का निलंबन ।

भोपाल। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने आज प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि गैंगरेप के मामले में तीन थाना प्रभारियों (टीआई) का निलंबन, एक नगर पुलिस अधीक्षक को पुलिस मुख्यालय अटैच करना और भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) का स्थानांतरण कोई सजा नहीं है।
मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह कार्रवाई महज एक सामान्य प्रक्रिया है, यह कोई सजा नहीं है।कुछ रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि निलंबित किए गए तीन टीआई में से दो पर महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप हैं।
ऐसे में वे कैसे दुष्कर्म पीड़िता की रिपोर्ट लिखते।
मिश्रा ने मध्यप्रदेश को कानून-व्यवस्था के मामले में देश में सबसे खराब राज्यों में दूसरे नंबर पर बताते हुए आरोप लगाया कि यहां पुलिस और अपराधियों की मिलीभगत है।इन लोगों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं का वरदहस्त प्राप्त है।
राजधानी में 31 अक्टूबर को चार बदमाशों ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन के आउटर पर शासकीय रेलवे पुलिस थाने से कुछ ही दूरी पर एक छात्रा के साथ लगभग तीन घंटे तक सामूहिक दुष्कर्म किया था।
छात्रा और उसके परिजन रिपोर्ट लिखाने एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर लगाते रहे। सीमा विवाद के कारण उन्हें तीन थानों के बीच घुमाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद काफी समय पश्चात उनकी रिपोर्ट लिखी गई।
इस मामले में तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया है, जबकि एक अभी फरार है। इसमें भी पहले आरोपी को छात्रा और उसके परिजन ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था। मामले की जांच के लिए महिला अपराध के पुलिस उप महानिरीक्षक सुधीर लाड के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है।


