स्मार्ट कार्ड से इलाज नहीं करने का निर्णय स्थगित
स्मार्ट कार्ड से इलाज नहीं करने पर डाक्टरों ने 18 दिसम्बर तक का अल्टीमेटम दिया था जो स्थगित हो गय है

बिलासपुर। स्मार्ट कार्ड से इलाज नहीं करने पर डाक्टरों ने 18 दिसम्बर तक का अल्टीमेटम दिया था जो स्थगित हो गय है। इस पर अंतिम फैसला आगामी 30 व 31 दिसम्बर को होने वाली बैठक में होगा।
कलेक्ट्रेट के मंथन सभा कक्ष में कल जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग व निजी अस्पतालों के डाक्टरों के बीच स्मार्ट कार्ड से इलाज व निजी अस्पतालों के डाक्टरों के बीच स्मार्ट कार्ड से इलाज के संबंध में बैठक हुई थी जिसमें इन पर सहमति नहीं बन पाई। इस पर प्रशासन ने 18 दिसम्बर को बंद किये जाने वाले फैसले को स्थगित कर दिया है। अब आगामी बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कंपनी के आला अधिकारी शामिल होंगे। जिस पर निम्र बिन्दुओं पर डॉक्टरों के बीच चर्चा की जाएगी।
तब ही पता चल पाएगा कि निजी डाक्टर स्मार्ट कार्ड से इलाज की सुविधा देते हैं कि नहीं। फिलहाल, दिसम्बर माह तक सभी हास्पिटलों में स्मार्ट कार्ड से उपचार जारी रहेगा।
गौरतलब है कि शासन ने हर वर्ग के लोगों को स्मार्ट कार्ड जारी किया है। इस कार्ड के आधार पर एक वर्ष में अधिकतम 50 हजार रूपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है। पिछले कई माह से बीमा कंपनी द्वारा राशि जारी नहीं करने के कारण डाक्टरों को इलाज की राशि नहीं मिल पा रही है। इसके चलते करोड़ों रूपये जाम हो गया है।
इससे परेशान डाक्टर मरीजों को स्मार्ट कार्ड की सुविधा नहीं दे पा रहे हैं। कुछ दिनों पूर्व निजी अस्पतालों के डाक्टरों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले को ज्ञापन सौंपकर 18 तारीख तक स्मार्ट कार्ड के बकाया राशि जमा नहीं होने पर स्मार्ट कार्ड से इलाज नहीं करने की चेतावनी दी थी। इस पर कल कलेक्टोरेट के मंथन सभाकक्ष में त्रिस्तरीय बैठक हुई।
जिसमें जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी व आईएमए के मेंबर के बीच बैठक असफल साबित हुई। इस मामले पर आगामी 30 व 31 दिसम्बर को बैठक होगी।


