सुरेश गंगवार को जान का खतरा, राजनाथ सिंह को लिखा पत्र
उत्तराखंड की राजनीति में तहलका मचाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-74 घोटाले में प्रदेश की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं

नैनीताल। उत्तराखंड की राजनीति में तहलका मचाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-74 घोटाले में प्रदेश की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
भाजपा नेता सुरेश गंगवार ने केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर प्रदेश के पीसीएस अधिकारी से जान का खतरा बताया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घोटाले का पर्दाफाश करने वाले अधिकारियों एवं नेताओं ने तीन दिन के अंदर दूसरी बार आरोपियों से जान का खतरा बताया है।
इस मामले के बाद भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की बात करने वाली त्रिवेन्द्र सरकार के सामने चुनौतियां बढ़ गयी हैं। एनएच-74 घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। घोटाले का पर्दाफाश करने वाले अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता सुरेश गंगवार ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है।
उन्होंने गृहमंत्री से वाई श्रेणी की सुरक्षा की मांग करते हुए कहा है कि एनएच 74 घोटाले में निलंबित अधिकारी डीपी सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारी के साथ मिलकर उन्हें मरवाने की साजिश रच रहे हैं। इसके लिए बकायदा बिहार से अापराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है। जिससे उनकी और परिजनों की जान को खतरा है। रूद्रपुर निवासी सुरेश गंगवार कांग्रेस के पूर्व नेता हैं।
वह वर्तमान में ऊधमसिंह नगर जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवार और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुशीला गंगवार के पुत्र हैं।
उन्होंने कुछ समय पूर्व कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गये थे। श्री गंगवार ने पत्र में लिखा है कि उनके द्वारा एनएच 74 घोटाले को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के समक्ष रखा था लेकिन तब उन्होंने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया। बाद में उच्च न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार द्वारा जांच के आदेश दिये गये।
यही नहीं पूर्व कांग्रेस नेता ने गृहमंत्री से उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के नाम से देहरादून के नेशविला रोड पर स्थित एसबीआई खाते की जांच की मांग भी की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि इसी खाते में श्री हरीश रावत और विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी डीपी सिंह की सलाह पर एनएच 74 मुआवजा मामले मेें किसानों से ली गयी कमीशन की रकम जमा की गयी है।
उन्होंने आगे कहा है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद आजतक उनको सुरक्षा उपलब्ध नहीं करायी गयी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव ने पत्र में लिखा है कि इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत और केन्द्र्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र लिख चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे दो दिन पहले प्रदेश के वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एवं एनएच-74 घोटाले की जांच करने वाले कुमाऊं के पूर्व कमिश्नर डी सेंथिल पांडियन की सुरक्षा को भी खतरे की खबरें प्रकाश में आ चुकी हैं। श्री पांडियन ने ही इस मामले की जांच कर करोड़ों रुपये के घोटाले से पर्दा उठाया था।


