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सुरेन्द्र मोहन पाठक: आत्मकथा का दूसरा खंड अप्रैल में होगा प्रकाशित

क्राइम फिक्शन एवं थ्रिलर उपन्यासों के लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का दूसरा खंड राजकमल प्रकाशन प्रकाशित करने जा रहा

सुरेन्द्र मोहन पाठक: आत्मकथा का दूसरा खंड अप्रैल में होगा प्रकाशित
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नई दिल्ली। क्राइम फिक्शन एवं थ्रिलर उपन्यासों के लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा का दूसरा खंड राजकमल प्रकाशन प्रकाशित करने जा रहा है।

यह अप्रैल 2019 में उपलब्ध होगा। राजकमल प्रकाशन समूह के संपादकीय निदेशक सत्यानन्द निरुपम ने बताया कि 'हम नहीं चंगे बुरा नहीं कोय' अप्रैल 2019 के दूसरे हफ्ते से बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।

इसका प्रकाशन हिंदी की पाठकीयता में विविधता को बढ़ावा देने की दिशा में एक जरूरी कदम है।

प्रकाशक ने एक बयान में कहा, "यह पहली बार होगा जब पॉकेट बुक्स का कोई लेखक मुख्यधारा के साहित्यिक प्रकाशन से जुड़ रहा है।"

लेखक सुरेन्द्र मोहन पाठक ने पुस्तक के प्रकाशन पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "सर्वश्रेष्ठ लेखन के प्रकाशन की राजकमल की सत्तर साल से स्थापित गौरवशाली परंपरा है। लिहाजा मेरे जैसे कारोबारी लेखक के लिए ये गर्व का विषय है कि अपनी आत्मकथा के माध्यम से मैं राजकमल से जुड़ रहा हूं।"

इस साल जनवरी में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उनकी आत्मकथा का पहला भाग 'न कोई बैरी न कोई बेगाना' का लोकार्पण हुआ था।

बीते छह दशकों में सुरेन्द्र मोहन पाठक अब तक लगभग 300 उपन्यास लिख चुके हैं। उनकी पहली कहानी '57 साल पुराना आदमी' मनोहर कहानियां पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।


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