पार्टी प्रमुख है कहे तो अध्यक्ष पद छोड़ दूंगा: सुखबीर सिंह बादल
सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल सबकी पार्टी है, एक परिवार है, किसी की अनदेखी करने का सवाल ही पैदा नहीं होता

अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उपमुख्य मंत्री सुखवीर सिंह बादल ने आज कहा कि अगर वह पार्टी हित के लिए अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया आज पार्टी के असंतुष्ट नेता और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य भाई मनजीत सिंह के निवास स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाई मनजीत सिंह और उनका परिवार एक पंथक परिवार है जिनका पंथ में बहुत सम्मान है।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, डॉ. रत्न सिंह अजनाला और सेवा सिंह सेखवां के लिए उनके मन में बहुत सत्कार है। इन नेताओं का पार्टी के प्रति बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि वह ब्रह्मपुरा से आशीर्वाद लेते रहे हैं। हम एक परिवार हैं। पार्टी ने उनको जिम्मेवारी दी है। अगर पार्टी कहेगी तो वह अध्यक्ष पद छोड़ दें। मेरे लिए पार्टी प्रमुख है। पार्टी के विकास के लिए वह हर त्याग करने को तैयार हैं।
इस अवसर पर भाई मनजीत सिंह ने सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर विश्वास प्रकट किया। उन्होंने कहा कि उनमें कुछ पंथक मुद्दों को लेकर मतभेद थे जिन्हें सुखबीर सिंह बादल और मजीठिया के साथ मिल बैठकर विचार कर दूर कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि वह पहले भी पार्टी के थे और अब भी पार्टी की बेहतरी के लिए दिन रात कार्य करते रहेंगे।
कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा लगातार अकाली दल के ख़िलाफ़ की जा रही बयानबाज़ी पर बादल ने कहा कि सिद्धू एक अहंकारी मनुष्य है और उसके अहंकार के कारण ही रेल हादसा हुआ है। उन्होंने कहा कि सिद्धू अपनी जिम्मेवारी से भाग नहीं सकते।
इतिहास की पाठ्य पुस्तकों के साथ छेड़छाड़ पर उन्होंने इसे कांग्रेस की साजिश करार दिया और कहा कि इस संबंध में सोमवार को पार्टी की कोर कमेटी में विचार किया जायेगा और कोई बड़ा अहम फ़ैसला लिया जायेगा।
इस अवसर पर विरसा सिंह वल्टोहा, हरमीत सिंह संधू, मनजीत सिंह मन्ना, तलबीर सिंह गिल और सरचांद सिंह भी मौजूद थे।


