पीएम की सुरक्षा में सेंध पर सुखबीर ने पंजाब के सीएम को बताया 'अक्षम'
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में सेंध को लेकर कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में सेंध को लेकर कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और मुख्यमंत्री इसे ठीक करने में अक्षम हैं। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने एक ट्वीट में कहा, "पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। हम लंबे समय से ऐसा कह रहे हैं। मुख्यमंत्री राज्य को चलाने में अक्षम हैं।"
तीन विवादास्पद कृषि कानूनों पर तीखे मतभेदों के बाद सितंबर 2020 में शिअद ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ दो दशक से अधिक लंबे संबंध तोड़ लिए थे।
सुखबीर बादल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "कांग्रेस ने पिछले 5 वर्षो में पंजाब के हर वर्ग को धोखा दिया है। यह सरकार एक भी वादा पूरा करने में विफल रही है। अक्षम सरकार को सरकारी कर्मचारियों पर 'लाठीचार्ज' नहीं करना चाहिए। अकाली-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर कर्मचारियों की सभी मांगें प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जाएंगी।"
मोदी के दौरे से एक दिन पहले सुखबीर बादल के पिता और पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल ने प्रधानमंत्री से कहा था कि वह राज्य के अपने दौरे के लिए सही माहौल तैयार करें और इसके पीछे की साजिश का पदार्फाश करने के लिए पहले कुछ ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा था सिख धर्म के खिलाफ बेअदबी की चल रही घटनाओं और राज्य के सामने आने वाले अन्य प्रमुख राजनीतिक, धार्मिक और आर्थिक मुद्दों को हल करना जरूरी है।
प्रकाश सिंह बादल ने कहा था, "प्रधानमंत्री के रूप में यदि आप यहां आने से पहले पंजाबियों की मांगों को पूरा करने के लिए आर्थिक, राजनीतिक, कृषि और क्षेत्रीय पैकेज की घोषणा करते हैं, तो आप बहुत सद्भावना और मेरी व्यक्तिगत कृतज्ञता अर्जित करेंगे।"
राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले अकाली दल ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया है।
सुखबीर बादल पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगर पंजाब में अकाली-बसपा गठबंधन अगली सरकार बनाता है, तो उपमुख्यमंत्रियों में से एक गठबंधन सहयोगी से होगा।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को सुरक्षा में त्रुटि के कारण फिरोजपुर शहर की अपनी यात्रा रद्द कर दी। यहां उन्हें अंतिम समय में 42,750 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखनी थी।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।"


