स्वस्थ्य जीवनशैली से रुकेगी आत्महत्या : डडसेना
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार, जीना इसी का नाम

महासमुंद/पिथौरा। किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार, जीना इसी का नाम है ... गुनगुनाते हुए शासकीय सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव ने शुरू की 'नवजीवन अभियान की स्वस्थ्य जीवनशैली वाली एक और प्रशिक्षण कार्यशाला। दरअसल, प्रशिक्षण दल ने शुरुआती दौर में ही भांप लिया कि प्रशिक्षणार्थी तो पहले से ही तनावग्रस्त हैं।
इसलिए, किताब के अंतिम पन्ने से अपनी बात शुरू करते हुए पहले गीत गाया, खेल खिलाये, फिर तनाव प्रबंधन करने के बाद लाई 'मुद्दे की बात
योग प्रशिक्षक देव कुमार डडसेना ने मितानिन, आंगनबाड़ी व स्वस्थ्यकर्ताओं व शिक्षकों को संबोधित किया, बतलाया कि 'नवजीवन अभियान' में बिना तनाव लिए-दिए स्वेच्छा से शामिल होना है।
समझाया कि लोग क्यों आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा लेते हैं? इसे, हम कैसे रोके सकते हैं? स्टाफ़ नर्स कु.जागृति साहू ने गिनती वाले खेल खिला कर उन्हें आभास कराया कि तनाव की शुरुआत कैसे होती है? औऱ तनाव महसूस कराया, ताकि वे आत्महत्या करने वाले संदिग्ध की मनोदशा का अनुमान लगा सकें।
इसके बाद श्री डडसेना ने योग व नियमित दिनचर्या से कैसे तनाव प्रबंधन करना व करवाना है, सम्बंध में उदाहरण प्रस्तुत किए।
अंतिम चरण में हुए प्रश्नोत्तरी के दौर में श्री श्रीवास्तव ने दोबारा कमान सम्हाली और असहनीय तनाव अर्थात अति-अवसादग्रस्त लोगों को पहचानने, लक्षण बतलाकर साख-सखी के रूप में प्रशिक्षणार्थियों को स्वच्छा से जनहित में योगदान देने हेतु अपील की।
उल्लेखनीय है कि यह अभियान कलेक्टर महोदय की अभिनव पहल है, जिसकी कमान स्वास्थ्य विभाग के नवजीवन के नोडल अधिकारी व जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार सम्हाले हुए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके परदल के निर्देशानुसार राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.छत्रपाल चंद्राकर के मार्गदर्शन में आयोजित हो रहा है। बुधवार 31 जुलाई 2019 को ग्राम पंचायत भोरिंग, ज़िला महासमुंद प्रशिक्षण में 50 से अधिक प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
संदिग्ध को ले आएं डॉ.छत्रपाल के पासभारत के चुनिंदा विशेषज्ञ चिकित्सकों में से एक डॉ. छत्रपाल चंद्राकर जो, निमहास बैंगलुरू से विशेषकर आत्महत्या के लिए प्रशिक्षण प्राप्त हैं। महासमुंद जिला अस्पताल में नि:शुल्क अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अपील की गई कि आत्महत्या संदिग्ध, तनावग्रस्त व मनोरोगियों को डॉ.चंद्राकर के समक्ष शुक्रवार-शनिवार दोपहर 02 बजे के बाद ओपीडी नंबर 06 में मुफ्त परामर्श, इलाज व दवाएं प्राप्त करें व कराएं।


