शुगर मिलें गन्ना किसानों की बकाया राशि का नहीं कर रहीं भुगतान: पवन कुमार टीनू
पंजाब में आदमपुर से अकाली दल विधायक पवन कुमार टीनू ने आरोप लगाया है कि सरकारी और निजी शुगर मिलें राज्य के गन्ना किसानों की 735 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान नहीं कर रहीं हैं

जालंधर। पंजाब में आदमपुर से अकाली दल विधायक पवन कुमार टीनू ने आरोप लगाया है कि सरकारी और निजी शुगर मिलें राज्य के गन्ना किसानों की 735 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान नहीं कर रहीं हैं।
श्री टीनू ने शनिवार को आदमपुर तथा भोगपुर के गन्ना किसानों के साथ एक संयुक्त प्रेस सम्मेलन में कहा कि पंजाब का अन्नदाता हर बार राज्य सरकार की बेरुखी का शिकार होता रहा है और इस बार भी राज्य की कांग्रेस सरकार किसानों की दुश्मन बन गयी हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी शुगर मिलों ने अभी तक गन्ना किसानों को 735 करोड़ रुपये की बकाया राशि नहीं दी हैं जिसके कारण किसान कर्जे के बोझ तले दबता जा रहा हैं और गल्त कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं।
गन्ना किसानों ने राज्य की कैप्टन सरकार को चेतावनी दी है कि अगर दो सप्ताह के अंदर किसानों की बकाया राशि नहीं दी गयी तो पंजाब भर में रेल रोको और सड़क जाम अंदोलन किये जाएंगे। विधायक टीनू ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पार्टी किसानों के साथ खड़ी हैं, किसानों को हक दिलवाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। इसके अलावा पंजाब विधानसभा के सत्र में भी किसानों की मुश्किलों का मुद्दा उठाएंगे।
किसान गुरप्रीत अटवाल ने कहा कि सरकारी और निजी शुगर मिलों ने गन्ना बकाया राशि जारी नहीं करने के कारण शुगर मिलों की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं, क्योंकि फसल की अदायगी न होने की वजह से किसानों को अपना और खेतीबाड़ी का खर्चा उठाने के लिए कर्जे का सहारा लेना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही हैं। कानून के मुताबिक गन्ना अापूर्ति के 14 दिन के भीतर किसान को इसकी अदायगी करना शुगर मिल की जिम्मेदारी बनती है। अगर भुगतान में देरी हो जाए तो मिल को आठ प्रतिशत ब्याज सहित बकाया देना पड़ते हैं।
अटवाल ने कहा कि पिछले साल हरियाणा में गन्ने की रर 330 रुपये और उत्तर प्रदेश में 325 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि पंजाब में 310 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना के का मूल्य दिया जा रहा हैं। किसानों ने राज्य सरकार से मांग की है कि दो सप्ताह के अंतर्गत गन्ना किसानों को उनकी बकाया राशि अदा की जाए, अन्यथा किसान पंजाब भर में रेल रोको और सड़क जाम अंदोलन किया जाएगा। किसानों ने यह भी मांग की है कि अब गन्ना खरीद के साथ ही नकद भुगतान किया जाए, ताकि किसानों को कोई परेशानी न आये।
टीनू ने बताया कि सहकारी चीनी मिलों से 290 करोड़, राणा शुगर मिल से 115 करोड़ और फगवाड़ा शुगर मिल से 100 करोड़ रुपये, मुकेरियां मिल से 90 करोड़ रुपये, गुरदासपुर स्थित कीड़ी अफगाना मिल से 75 करोड़ रुपये, धूरी मिल से 35 करोड़ रुपये और दसूहा मिल से 30 करोड़ रुपये की बकाया लेनदारी है।


