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ईमानदार कोशिशों से ही सफलता सम्भव : त्रिवेन्द्र

‘उत्तराखंड ‘यंग लीडर्स कान्क्लेव’ के दूसरे दिन समापन समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने छात्र-छात्राओं से बातचीत करते हुए कहा कि ईमानदार कोशिशों से ही जीवन में सफलता सम्भव होती है

ईमानदार कोशिशों से ही सफलता सम्भव : त्रिवेन्द्र
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देहरादून। ‘उत्तराखंड ‘यंग लीडर्स कान्क्लेव’ के दूसरे दिन समापन समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने छात्र-छात्राओं से बातचीत करते हुए कहा कि ईमानदार कोशिशों से ही जीवन में सफलता सम्भव होती है।

श्री त्रिवेन्द्र कहा कि पलायन रोकने के लिए सीमांत क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और ग्रोथ सेंटरों के निर्माण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामीण विकास एवं पलायन आयोग का गठन किया है। सीमांत 22 ब्लॉकों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना प्रारम्भ की गई है।

राज्य के युवाओं के लिए राज्य सरकार के दृष्टिकोण के बारे मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सरकार के लिए युवा सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। सरकार का ध्यान गुणवत्ता शिक्षा पर है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अच्छी शिक्षा मिले, उनका कौशल विकास हो, उनके चेहरों पर मुस्कान रहे, यही हमारी कोशिश है। युवाओं को स्वरोजगार के लिए आगे आना चाहिए। श्रम को सम्मान देना जरूरी है। उन्होंने कहा हमें अपनी संस्कृति, परम्पराओं और पुरखों पर गर्व होना चाहिए। वही देश आगे बढ़ सकता है जो कि अपने पूर्वजों का सम्मान करता हो। उनके लिए देश सर्वोपरि होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले की प्रति व्यक्ति आय देश की औसत प्रति व्यक्ति आय से अधिक है। मैदानी एवं पर्वतीय जिलों की आय में हालांकि कुछ फर्क है। इसके लिए कई तरह की पहल की गई है। विकास नीति को जिला केंद्रित किया गया है। किसान समूहों को पांच लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। रूद्रयाग जिले में देवभोग प्रसाद योजना से स्थानीय महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाया गया है। प्रदेश की न्याय पंचायतों में ग्रोथ सेंटर स्थापित कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। पहाड़ में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। हमें वेल्यु एडिशन पर ध्यान देना है।

मुख्यमंत्री से फिल्म शूटिंग के बारे में पूछे जाने पर कहा कि ‘इन्वेस्टर्स समिट’ के समय वे मुम्बई में फिल्मकारों से मिले थे। उन्हें बताया गया कि उत्तराखण्ड ओपन एयर फिल्म स्टूडियो है। इसके बाद डेढ़ साल में बड़ी संख्या में फिल्मों, टीवी सीरियलों, डाक्यूमेंट्री की शूटिंग की गई है। सरकार फिल्म की शुटिंग के लिए आने वालों का पूरा ध्यान रखती है। हमें ‘बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का अवार्ड मिला है। पर्यटन के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा पर्यटकों के साथ ऐसा व्यवहार होना चाहिए कि वे यहां से खुश होकर जाएं। पुराने हिल स्टेशन सेचुरेटेड हो चुके है। इसलिए नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं।

उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि ‘यंग लीडर कान्क्लेव’ में युवाओं के बीच जो मंथन हुआ एवं निष्कर्ष निकला, उस पर राज्य सरकार गम्भीरता से विचार करेगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 12 फरवरी से राज्य में उच्च शिक्षा में विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले पांच प्रोफेसरों को डॉ. भक्त दर्शन पुरस्कार दिया जायेगा। इसके तहत 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जायेगी। ऐसे प्रोफेसरों को नियुक्ति उनके मन पंसद के महाविद्यालयों में दी जायेगी।

इससे पूर्व कार्यक्रम में यंग एचीवर्स के रूप में पद्मश्री अरूणिमा सिन्हा, आईएएस मंगेश घिल्डियाल, जैविक खेती को स्टार्ट अप के रूप में अपनाने वाले विक्रमादित्य, फिल्म निर्माता रिया नायडू, म्यूजिक कम्पोजर शुभम गुप्ता व स्किल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सूरज ने अपने अनुभव साझा किए।

इस अवसर पर स्वामी असीम आत्मानन्द, उच्च शिक्षा उन्ननयन समिति की उपाध्यक्ष दीप्ति रावत, अपर सचिव इकबाल अहमद, विभन्न विश्वविघालयों के कुलपति उपस्थित थे।


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