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उप्र विस्फोटक मामला : विधानसभा में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों से हुई पूछताछ

उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की सीट के पास शक्तिशाली विस्फोटक मिलने के मामले में शनिवार को यूपी एटीएस दिनभर जांच करती रही

उप्र विस्फोटक मामला : विधानसभा में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों से हुई पूछताछ
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की सीट के पास शक्तिशाली विस्फोटक मिलने के मामले में शनिवार को यूपी एटीएस दिनभर जांच करती रही। एटीएस ने विधानसभा भवन में नियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए गए।
एटीएस ने विधान भवन परिसर के भीतर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सुरक्षा संबंधी कवायद करते हुए कमांडो के साथ चप्पे-चप्पे का जायजा लिया।

बताया गया है कि रविवार को एटीएस विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ मॉकड्रिल करेगी।

यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि एटीएस ने विस्फोटक की बरामदगी के समय विधान भवन में मौके पर उपस्थित रहे या ड्यूटी में तैनात विभिन्न 15 अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया है।

उन्होंने बताया कि विधानसभा के एक असिस्टेंट मार्शल, चार इंजीनियरों, दो सुरक्षाकर्मियों (बीडीएस एवं डॉग स्क्वायड में तैनात) व एक एसी ऑपरेटर सहित सात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से पूछताछ की गई। जांच दल में शामिल एटीएस के एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव तथा डीएसपी प्रभाकर चौधरी, डी.के. पुरी व अभय नारायण शुक्ला ने अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान दर्ज किए।

आईजी एटीएस ने बताया कि अधिकारियों ने आज विधान भवन परिसर में लगे कुल 23 कैमरों जिनमें 12 कैमरे परिसर में, 6 कैमरे भवन मंडल में, 2 कैमरे सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के आवागमन गेट पर तथा सदन के भीतर स्थापित दूरदर्शन के 3 कैमरों की रिकॉर्डिग ली है। इनकी गहनता से जांच की जा रही है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एटीएस के अधिकारियों ने एटीएस ने आपात स्थितियों से निपटने की अपनी तैयारियों को भी परखा और जांच में जुटी रही।

आईजी ने बताया कि रविवार को विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ एटीएस विधानसभा परिसर में मॉक ड्रिल करेगी और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने की कोशिश करेगी, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की सुरक्षा संबंधित चूक न हो सके।

शनिवार को एटीएस ने जिन अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान लिए उनमें असिस्टेंट इंजीनियर अखिलेश कुमार, जूनियर इंजीनियर वीरेंद्र दुबे और यतींद्रनाथ सिंह, एसी ऑपरेट गुलफाम, अवर अभियंता सुरेश कुमार दुबे, मुख्य आरक्षी सुरक्षा राकेश कुमार सिंह, बीडीएस टीम अशोक कुमार, व्यवस्थापक सुरेश कुमार राजभर और चतुर्थश्रेणी कर्मी राजकुमार पाल, अनिल कुमार, मनोज कुमार, शमीम अब्बासी, विनय मिश्रा, हनीफ व मदन वाल्मीकि शामिल हैं।


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