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जेएनयूएसयू चुनाव : एबीवीपी ने घोषित किए प्रत्याशी, लेफ्ट की नाकामी पर हमला

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है

जेएनयूएसयू चुनाव : एबीवीपी ने घोषित किए प्रत्याशी, लेफ्ट की नाकामी पर हमला
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नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। सेंट्रल पैनल में अध्यक्ष पद के लिए विकास पटेल, उपाध्यक्ष के लिए तान्या कुमारी, सचिव के लिए राजेश्वर कांत दुबे और संयुक्त सचिव के लिए अनुज डमारा को मैदान में उतारा गया है।

इसके अलावा, 16 स्कूलों के 42 काउंसलर पदों और विभिन्न केंद्रों के लिए भी प्रत्याशी घोषित किए गए, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी गई। दो स्कूलों, स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज (आयुषी बजाज व हिमांशु) और स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्युलर मेडिसिन (गोवर्धन सिंह), में एबीवीपी प्रत्याशी निर्विरोध जीत चुके हैं।

अध्यक्ष पद के प्रत्याशी विकास पटेल उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के निवासी हैं। उन्होंने जेएनयू से कोरियन भाषा में एमए और राजनीति विज्ञान में एमए किया है और वे पीएचडी के तृतीय वर्ष के शोधार्थी हैं। वे 2014 से एबीवीपी से जुड़े हैं और पूर्व में इकाई मंत्री भी रह चुके हैं।

उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी तान्या कुमारी बिहार के मुंगेर से, ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती हैं। शिक्षा की बात करें तो उन्होंने मिरांडा हाउस से दर्शनशास्त्र में बीए और जेएनयू से समाजशास्त्र में एमए व पीएचडी की हैं। 2019 से वह सक्रिय रही हैं।

सचिव पद के प्रत्याशी राजेश्वर कांत दुबे गोरखपुर निवासी हैं, जो जेएनयू से रशियन स्टडीज में एमए, पीएचडी शोधार्थी हैं। वे विश्व युवा महोत्सव में भारतीय राजदूत रहे।

संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी अनुज डमारा हरियाणा के जींद से आते हैं। वह रामजस कॉलेज से भौतिकी में बीएससी, एमएससी व बीएड हैं।

एबीवीपी ने लेफ्ट नीत जेएनयूएसयू की 'नाकामी' को मुख्य मुद्दा बनाया है। संगठन का दावा है कि पिछले कार्यकाल में छात्रहित अनदेखे रहे, परिसर में अव्यवस्था बढ़ी और शैक्षणिक वातावरण खराब हुआ। एबीवीपी ने महिला सुरक्षा, सस्ती-गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आधारभूत ढांचा सुधार और उत्तरदायी छात्रसंघ जैसे मुद्दों पर फोकस किया है। पिछले चुनाव में संयुक्त सचिव पद जीतकर एबीवीपी ने रेलवे आरक्षण काउंटर बहाल कराया और छात्र सुविधाओं में सुधार किया।

एबीवीपी के चुनाव संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने कहा, "हम संवाद, सेवा और संगठन की भावना से मैदान में हैं। जेएनयू को शैक्षणिक रूप से मजबूत बनाना, छात्राओं की सुरक्षा और सस्ती शिक्षा हमारा लक्ष्य है।"


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