विद्यार्थियों को नहीं मिलेगा लाभ, प्रवेश के लिए छात्रों में बेचैनी
छग माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष व्यावसायिक पाठ्यक्रम के ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश को आगामी आदेश तक रोक लगा दी

नवापारा-राजिम। छग माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष व्यावसायिक पाठ्यक्रम के ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश को आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। जिसके चलते ऐसे रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए छात्र भटक रहे हैं। जानकारी के मुताबिक माशिमं के सचिव ने 14 जून को प्रवेश नीति का आदेश जारी कर प्रवेश की अंतिम समय सीमा 30 जुलाई निर्धारित कर दी है। इसके साथ ही व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश पर आगामी आदेश तक के लिए रोक लगा दी है।
उन्होंने आदेश में यह भी लिखा है कि व्यावसायिक शिक्षा में प्रवेश के संबंध में पृथक से आदेश जारी किए जाएंगे। जुलाई का आधा माह बीतने को है, लेकिन अभी तक व्यावसायिक शिक्षा में प्रवेश संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। जिसके चलते इसमें प्रवेश लेने वाले छात्र स्कूल के चक्कर काट रहे हैं। साथ ही उनमें यह भी भय बना हुआ है कि यदि इस माह आदेश जारी नहीं किया गया तो वे व्यावसायिक शिक्षा में पढ़ाई से वंचित हो जायेंगे और यदि बाद में दूसरे संकाय में भी प्रवेश नहीं मिला तो उनकी पढ़ाई का क्या होगा? जो पालक अपने बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा में प्रवेश दिलाना चाहते हैं, वे भी असमंजस की स्थिति में हैं।
बिना पीपीटी परीक्षा के पालिटेक्निक कालेज में प्रवेश- इस वर्ष स्थानीय शासकीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक शाला से 4 छात्रों का चयन बिना पीपीटी की परीक्षा दिए पॉलिटेक्निक कालेज दुर्ग में माडर्न आफिस मैनेजमेंट में हुआ है। उनका कहना है कि हमने हरिहर शाला से व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत स्टेनो टायपिंग ट्रेड से बारहवीं उत्तीर्ण किया है। हमारा चयन प्राविण्य आधार पर पॉलिटेक्निक कालेज में हुआ है। ऐसे उद्देश्यपूर्ण एवं रोजगारमूलक शिक्षा को बंद करने से भविष्य में छात्र ऐसे उपयोगी शिक्षा से वंचित हो जाएंगे, इसलिए इसे चालू रखना चाहिए।
अंचल के छात्रों में व्यावसायिक शिक्षा के प्रति रूचि- सत्र 1989-90 में अंचल के केवल शासकीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक शाला एवं शासकीय बजरंगदास उच्चतर माध्यमिक शाला को ही व्यावसायिक शिक्षा हेतु चयनित किया गया था। जिनमें आज व्यावसायिक शिक्षा में छात्रों की संख्या काफी रहती है, इसके साथ ही छात्रों में इसके प्रति काफी रूचि भी दिखाई देती है।
किन्तु इस बार ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश बंद कर दिए जाने से व्यावसायिक शिक्षा में रूचि रखने वाले छात्रों में मायूसी छाई हुई है। इस रूझान का सबसे बड़ा कारण यह है कि इसके स्टेनो टायपिंग ट्रेड से उत्तीर्ण छात्रों को बिना पीपीटी की परीक्षा दिए पालिटेक्निक कालेज में प्रवेश मिल जाता है। इसके साथ ही शार्टहैण्ड एवं टायपिंग का प्रशिक्षण मिलने से इस कोर्स में स्वरोजगार की संभावना भी बढ़ जाती है।
भूतपूर्व छात्रों की मांग- व्यावसायिक शिक्षा को चालू रखना चाहिए- हरिहर शाला से व्यावसायिक शिक्षा से उत्तीर्ण छात्रों ने समाचार पत्रों के व्यावसायिक शिक्षा बंद होने की जानकारी मिली, तो वे विद्यालय पहुंचकर प्राचार्य एवं शिक्षक से चर्चा की। छात्रों ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा एक महत्वकंाक्षी एवं रोजगारमूलक शिक्षा है, जिसे बंद नहीं किया जाना चाहिए। इस संकाय से अनेकों छात्रों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इसके बंद हो जाने से छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा से वंचित होना पड़ेगा और उन्हें शार्टहैण्ड एवं टायपिंग की शिक्षा नहीं मिल पाएगी।


