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कोरोना वायरस की रोकथाम में ली जाएगी छात्रों की मदद

देशभर के अधिकांश राज्यों एवं शहरों में स्कूली छात्रों के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता और जानकारी घर-घर पहुंचाने का निर्णय लिया है

कोरोना वायरस की रोकथाम में ली जाएगी छात्रों की मदद
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नई दिल्ली। देशभर के अधिकांश राज्यों एवं शहरों में स्कूली छात्रों के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता और जानकारी घर-घर पहुंचाने का निर्णय लिया है। इनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई के साथ ही बेंगलुरू, हैदराबाद और लखनऊ जैसे शहर भी शामिल हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में छात्रों को कोरोना वायरस फैलने के कारण व इसकी रोकथाम के उपायों की जानकारी दी जा रही है।

यह निर्देश मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को जारी किए हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने इस निर्देश में कहा, "कोरोना वायरस के प्रति छात्रों में जागरूकता फैलाएं। छात्र अपने परिवार व समुदाय में कोरोना वायरस को लेकर जानकारी फैलाने में सहायक साबित हो सकते हैं। केंद्र सरकार ने विषाणु के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन आम जनता में जागरूकता का प्रसार करना कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।"

भारत में कोरोना वायरस किसी महामारी की तरह न फैल सके, इसके लिए स्कूलों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है। अमित खरे द्वारा जारी किए गए इस पत्र में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि विद्यार्थियों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करें। वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने भी 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को एहतियातन परीक्षा हॉल में मास्क और सैनेटाइजर ले जाने की अनुमति दे दी है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे विद्यार्थियों को एकत्रित करने से बचें। कोई विद्यार्थी या स्टाफ बीते 28 दिनों में किसी भी कोरोना वाइरस प्रभावित देश में या ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में आया है तो उसकी निगरानी करें और उन्हें 14 दिनों के लिए घर से बाहर आइसोलेशन (अलग-थलग) वार्ड में रहने की सलाह दें।

शिक्षकों व अभिभावकों को दी गई सलाह में कहा गया है, "अगर किसी भी बच्चे को बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो तो तुरंत माता-पिता से संपर्क कर बच्चे के परीक्षण के लिए कहें। माता-पिता डॉक्टर की सलाह से पहले बच्चे को वापस स्कूल न भेजें। शिक्षकों, स्कूल के कर्मचारियों और विद्यार्थियों को हाथ धोने और स्वच्छता के सरल उपायों के बारे में भी सलाह दें।"

इसके साथ ही कहा गया है कि साबुन और पानी से बार-बार और अच्छी तरह से हाथ धोएं व हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, जारी की गई इन गाइडलाइन पर देशभर के विभिन्न स्कूलों ने जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। राज्य सरकारों ने कोरोना वायरस को लेकर तैयार की गई अपनी रिपोर्ट में इस प्रकार के कदम उठाए जाने का उल्लेख किया है।


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