प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को नहीं मिलीं पुस्तकें
परिषदीय स्कूल में शैक्षिक सत्र शुरू हुए दो माह से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी तक छात्रों को पूरी तरह से न किताबें मिली हैं और न ही यूनिफॉर्म
गाजियाबाद। परिषदीय स्कूल में शैक्षिक सत्र शुरू हुए दो माह से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी तक छात्रों को पूरी तरह से न किताबें मिली हैं और न ही यूनिफॉर्म। इन सबके बावजूद भी अब शिक्षा विभाग परिषदीय स्कूलों के 80 हजार छात्रों को जूते बांटने जा रहा है। बेसिक स्कूलों में कुल 70 फीसदी छात्र-छात्राओं को किताबें और यूनीफॉर्म बांटी गई हैं।
अक्टूबर माह में कक्षा एक से आठ तक के परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को नि:शुल्क जूता और मोजा दिया जाएगा। प्रत्येक बच्चे को 136 रुपए कीमत का एक जोड़ी जूते और 22 रुपये कीमत के दो मोजे की जोड़ी दिया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा निदेशक ने सभी बीएसए को पत्र लिखकर क्रयादेश (परचेज ऑर्डर) जारी करने के निर्देश दिए हैं। 16 अक्टूूबर तक जिलों को जूता-मोजा उपलब्ध करा दी जाएंगी।
उसके बाद बच्चों में वितरित किया जाएगा। जिला स्तर पर आपूर्ति एवं भुगतान के लिए बीएसए को नोडल अधिकारी बनाया गया है। विकास खंड व नगर क्षेत्र में खंड शिक्षाधिकारियों को जूता एवं मोजा की आपूर्ति एवं वितरण की जिम्मेदारी दी गई है। गुणवत्ता की जांच करेगी कमेटी जूता और मोजा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशाला से जांच कराई जाएगी। डीएम एक कमेटी का गठन करेंगे जो विकास खंड एवं नगर क्षेत्र स्तर पर जूतों एवं मोजों की डिलेवरी के तीन दिन के अंदर प्रयोगशाला की जांच के लिए अनियमित आधार पर छात्र-छात्राओं के तीन-तीन सैम्पल एकत्र कर सील करेंगे। यदि सैम्पल जांच की रिपोर्ट सही नहीं आई तो आपूर्ति करने वाली फर्म संबंधित विकास खंड में सभी जूते व मोजे बदलकर दूसरे उपलब्ध कराएंगे।


