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जेएनयू में दोपहर बाद छात्रों का मार्च

जेएनयू में नकाबपोश लोगों के हमले के बाद राजधानी के कई विश्वविद्यालयों के छात्रो तथा नागरिक समाज के लोगों ने दो बजे रात तक पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया

जेएनयू में दोपहर बाद छात्रों का मार्च
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नयी दिल्ली । जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में नकाबपोश लोगों के हमले के बाद राजधानी के कई विश्वविद्यालयों के छात्रो तथा नागरिक समाज के लोगों ने दो बजे रात तक पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस की ओर से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद छात्रों ने मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन को रोक दिया और सोमवार को एक बजे दिन में जेएनयू में जमा होने का आह्वान किया।

पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता और सेंट्रल जिले के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा ने छात्रों के साथ बैठक की और जल्द ही प्राथमिकी दर्ज करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही जेएनयू परिसर में हालात का जायजा लेने के लिए पांच छात्रों का एक दल पुलिस की सुरक्षा में विश्विद्यालय परिसर गया। इसके अलावा दो छात्रों का दल एम्स एम्स जाकर घायलों से मुलाकात की है।

विश्विद्यालय परिसर में पुलिस ने रातभर फ्लैगमार्च किया और इस दौरान साबरमती होस्टल के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पुलिस वापस जाओ के नारे लगाए। आज दोपहर बाद विश्विद्यालय परिसर में छात्रों का मार्च निकाला जाएगा जिसमें अन्य विश्विद्यालय के छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है।

रविवार शाम को हिंसक हमले में करीब 20 छात्र और 10 शिक्षक घायल हुए थे जिनमें से ज्यादातर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। घायलों में दो छात्रों की हालत गंभीर है।

सूत्रों के अनुसार छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष हमले में बुरी तरह घायल हैं और जेएनयू शिक्षक संघ से जुड़े कई नेता भी घायलों में शामिल हैं। हमले में गंभीर रुप से घायल सुश्री घोष, शिक्षक सुचित्रा सेन और करीब 18 छात्रों को एम्स में भर्ती कराया गया। सुश्री घोष को सिर में चोटें आई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके स्वयं पर हुए हिंसक हमले की जानकारी दी। उनके सिर से खून निकल रहा था।

दक्षिण पश्चिमी जिले के पुलिस उपायुक्त देवेंद्र आर्या ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में हिंसक घटनाओं की सूचना और परिसर में प्रवेश की अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने यहां फ्लैगमार्च किया। विश्वविद्यालय परिसर के बाहर और अंदर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। विश्वविद्यालय परिसर में फिलहाल हालात सामान्य है।

इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग हाथों लाठी डंडा लेकर एक लाइन से बाहर निकल रहे हैं और पास में ही कुछ पुलिस कर्मी खड़े हुए है।

जेएनयू में हुई हिंसा की सभी विपक्षी दलों के नेताओं निंदा की और विश्वविद्यालय प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बहुजन समाज पार्टी ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

इसबीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार की रात दिल्ली पुलिस आयुक्त से बात कर उन्हें इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने और घटना की जांच कराने का निर्देश दिया। उन्होंने संयुक्त पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी से जांच कराने का आदेश दिया है और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।


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