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छात्र संघ चुनाव की सरगर्मियां हुई तेज

राजस्थान में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मंगलवार को हो रहे छात्रसंघ चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई है तथा प्रत्याशियों ने आज मतदाताओ से घर घर जाकर सम्पर्क किया।

छात्र संघ चुनाव की सरगर्मियां हुई तेज
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जयपुर । राजस्थान में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मंगलवार को हो रहे छात्रसंघ चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई है तथा प्रत्याशियों ने आज मतदाताओ से घर घर जाकर सम्पर्क किया।

छात्रसंघ चुनावों के लिए अंतिम दिन दोनों प्रमुख संगठन अखिल भारतीय भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) एवं राष्ट्रीय छात्रसंघ भारत (एनएसयुआई) एवं अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद सोमवार को मतदाताओं से घर घर जाकर सम्पर्क किया। एबीवीपी एवं एनएसयुआई के साथ ही निर्दलीय चुनाव लड रहे प्रत्याशियों ने भी घोषणा पत्र जारी कर मतदाताओं को लुभाने का भरसक प्रयास किया है। छात्रसंघ चुनावो की नई व्यवस्था के अनुसार बुधवार को मतदान होगा तथा मंगलवार को मतो की गिनती की जायेगी।

इस बीच राज्य सरकार के दो मंत्री उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी एवं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर एनएसयुआई प्रत्याशियों को विजय बनाने की अपील करने पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी।

पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भाटी द्वारा सोशल मिडिया पर राजस्थान छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई पैनल को समर्थन देने की अपील किये जाने की कड़ी निंदा करते हुए इसे लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि विभाग के मंत्री द्वारा एनएसयूआई को समर्थन की अपील करना सीधे-सीधे महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के लिए भी ईशारा है कि चुनावों में इन्हें लाभ पहुंचाया जाए।

पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में राज्य सरकार पर निष्पक्ष चुनाव का दायित्व है, ऐसे में उच्च शिक्षा मंत्री स्वयं एक संगठन के समर्थन में अपील जारी कर लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रहे है।

श्री भाटी ने सोशल मीडिया पर एनएसयुआई प्रत्याशियों को जीताने की अपील करने का खंडन करते हुये कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। अगर किसी ने उनके नाम से अपील जारी की है तो वह इसकी जांच करवायेंगे।

गौरतलब है कि एबीवीपी और एनएसयुआई दोनो ही छात्र संगठन अब तक यह दावा करते आए है कि वह स्वतंत्र संगठन है तथा उनका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है।


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