यूक्रेन में फंसे छात्र नवीन की मौत, केंद्र की लापरवाही : कांग्रेस
यूक्रेन रूस के बीच युद्व में भरतीय छात्र की मौत को कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार की लापरवाही करार दिया है

नई दिल्ली। यूक्रेन रूस के बीच युद्व में भरतीय छात्र की मौत को कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार की लापरवाही करार दिया है। पार्टी ने कहा कि ये केंद्र की विलुप्त होती दूर दृष्टि, गैर जिम्मेदारी, संवेदनशून्यता, निर्दयता और निष्ठुरता का नतीजा है। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर कहा, कैसे कह दें कि मोदी सरकार गुनहगार नहीं है, मुल्जिम तो है, चाहे हाथ में तलवार नहीं है। लाखों बच्चों को मौत के मुँह में धकेल कर, किस मुंह से कह रहे हैं कि ये जिम्मेदार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि खारकीव में, शैलिंग में फंस कर एक भारतीय छात्र नवीन की जान चली गई। ये सरकार की जिम्मेदारी है, ये विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी बनती है, ये भारतीय एंबेसी की जिम्मेदार बनती है और जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं। छात्रों के लिए संकट बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि वॉर जोन में लाइव टेलीकॉस्ट के बीच छात्र कह रहे हैं कि हमें मदद नहीं मिल रही है। बंकर से हमारे पास वीडियो आ रहे हैं, बॉर्डर पर खड़े हुए छात्र-छात्राओं के वीडियो आ रहे हैं।
एक लड़की जो कि यूक्रेन में फंसी है, छात्रों को मदद नहीं मिल रही है, इसलिए वो रिस्क लेकर अपने रिस्क पर बंकर या सेफ लोकेशन से बाहर निकल कर बॉर्डर क्रॉस करने की कोशिश करते हैं, उनको अगवा कर लिया जा रहा है।
रागिनी ने केंद्र से सवाल किया कि कितने ऐसे बच्चे हैं जो अनअकाउंटेड हैं, जिनसे संपर्क साधा नहीं जा रहा है, जो कि लापता हैं? क्या ऐसे बच्चों की नामजद सूची तैयार करने का काम इंडियन एंबेसी ने किया है?
वहीं मृतक नवीन से जुड़ा एक सवाल करते हुए उन्होंने कितने ऐसे छात्र-छात्राएं हैं, कितने ऐसे स्टूडेंट हैं जो कि खतरे के जोन में हैं, जो कि बमबारी के जोन में है। क्या कोई सूची मोदी सरकार ने तैयार की है? जमीन पर क्या हो रहा है? बंकर में फंसे हुए स्टूडेंट को किस तरीके से इवेक्यूएट किया जाएगा, उसका क्या प्रोसेस होगा?
उन्होंने कहा कि 85,000 सीटें हैं मेडिकल की हमारे देश में, 18 लाख बच्चे बैठते हैं। 85,000 से बढ़ाकर सरकार ने कितने लाख सीटें कर दी, केंद्र को इसका ब्यौरा देना चाहिए।


