त्रिपुरा के छात्रावास में छात्र की पिटाई से मौत
त्रिपुरा के उनोकोटी जिले के कुमारघाट में पिछले सप्ताह एक आदिवासी स्कूली छात्र की छात्रवास में पिटाई गयी

अगरतला। त्रिपुरा के उनोकोटी जिले के कुमारघाट में पिछले सप्ताह एक आदिवासी स्कूली छात्र की छात्रवास में पिटाई गयी और उसका इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गयी।
रिपोर्ट के मुताबाकि हैपी देववर्मा कुमारघाट के जुरीचेरा में होली क्रॉस स्कूल का छात्र था और वह स्कूल के छात्रवास में रहता था जहां उसकी गत 25 सितंबर को पिटायी की गई थी। पीटने के बावजूद उसे एक सप्ताह तक अस्पताल नहीं ले जाया गया और गत चार अक्टूबर को वह किसी तरह छात्रवास से भागने में सफल रहा और उसने अपनी मां को इस घटना की जानकारी दी।
हैपी की मां राजमाला देववर्मा ने आरोप लगाया कि उसके बेटे के फोन करने के बाद वह तुरंत उसे बचाने छात्रवास गयी लेकिन वहां के वार्डन वांगचुर हालम ने उन्हें उनके बेटे से मिलने की इजाजत नहीं दी। राजमाला हालांकि लंबी बहस के बाद अपने बेटे के वहां से निकाल पायी।
छात्र संगठनों ने आरोप लगाया कि मामला दर्ज होने के तीन दिन बाद भी पुलिस ने आरोपित वार्डन को गिरफ्तार नहीं किया और राज्य सरकार की ओर से छात्र की हत्या के बाद न तो कोई कार्रवाई की गयी और न कोई बयान आया।
राजमाला ने कहा, “उसका पूरा शरीर खून से लथपथ था और वह दर्द से कांप रहा था। मैंने जबरदस्ती किसी तरह उसे छात्रवास से बाहर निकाला और मनु अस्पताल ले गयी जहां से उसे जीबीपी अस्पताल भेजा गया। आंतरिक चोटों के कारण गत आठ अक्टूबर को अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।”
उन्होंने कहा कि छात्रवास के वार्डन ने उनके पुत्र हैपी को बिना किसी कारण बेरहमी से मारा और लंबे समय तक उसका इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गयी।
युवा आदिवासी नेता डेविड देववर्मा ने कहा, “माता-पिता कड़ी मेहनत करके अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए सपनों के साथ अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं लेकिन ऐसी घटनाएं भयभीत करने वाली हैं। जिन बच्चों के साथ आत्याचर नहीं हुआ उन्होंने शिक्षकों और वार्डन को ऐसा करते देखा। हम इस घटना के आरोपी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग करते हैं।”


