राजनीति में उदारवादिता की सख्त जरूरत : आरिफ मोहम्मद
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि उदारवादिता भारत की पुरातन परंपरा है

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि उदारवादिता भारत की पुरातन परंपरा है, और अब समय आ गया है जब युगों पुरानी इस परंपरा को भारतीय राजनीति में न केवल फिर से पुनस्र्थापित व पुनर्जीवित किया जाए, बल्कि उसे नया रूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता को न केवल सुरक्षित रखता है, बल्कि उसे बढ़ाता भी है। पूर्व सांसद पीलू मोदी के श्रद्धांजलि समारोह में खान ने कहा कि उदारवादिता वह शास्त्र-आदर्श था, जिसे पीलू मोदी ने एक राजनेता और एक व्यक्ति के तौर पर एक धर्म की तरह निभाया। पीलू मोदी जीवन-र्पयत उदारवादी परंपरा के प्रणेता-प्रेरक और उसका अनुपालन करने वाले रहे।
पीलू मोदी की 35वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए आरिफ ने कहा कि राजनेता और राजनैतिक दल को पीलू मोदी से यह सीखना चाहिए कि कैसे हास्य-विनोद को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और उसमें इतना आदर्श-निजता के सम्मान को रखें कि लोगों को वह अपनेपन का अहसास दे। वह किसी पर कटाक्ष न होकर एक संदेश हो।


