यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगेंगी स्ट्रीट लाइटें
यमुना एक्सप्रेसवे पर हो रहे हादसों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित इंपावर्ड कमेटी की छमाही बैठक मुख्यमंत्री की मौजूदगी में चर्चा हुई, जिसमें जेपी कंपनी के साथ ही यमुना प्राधिकरण के प्रतिनिधि सीईओ

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे पर हो रहे हादसों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित इंपावर्ड कमेटी की छमाही बैठक मुख्यमंत्री की मौजूदगी में चर्चा हुई, जिसमें जेपी कंपनी के साथ ही यमुना प्राधिकरण के प्रतिनिधि सीईओ भी शामिल हुए।
जिसमें मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेस-वे पर स्ट्रीट लाइट लगाने का निर्देश दिया है। यमुना एक्सप्रेसवे पर हर 30 मीटर पर सेंट्रल वर्ज पर एक पोल लगेगा। कुल 1237 पोल लगाए जाएंगे, जिसमें स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। इस पर करीब 6.5 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। स्ट्रीट लाइटें तीन चरणों में लगेगी। पहले चरण में जीरो प्वाइंट से जेवर तक, दूसरे चरण में मथुरा और तीसरे चरण में आगरा तक लगेंगी।
जेवर तक तीन माह में लाइटें लगाने को कहा गया है। लाइटें लगने से एक्सप्रेसवे पर होने वाले अपराध पर रोक लग सकेगी और दुर्घटना में भी कमी आएगी। सीएम ने स्पीड गन की संख्या तीन से बढ़ाकर 10 करने को कहा है।
यमुना एक्सप्रेस-वे का सीआरआरआई (भारतीय सड़क अनुसंधान संस्थान) से कराने की भी बात कही। बैठक में सीएम की तरफ से निर्देश दिए गए कि हर पांच किलोमीटर पर 32 जगह स्पीड अरेस्टर लगाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि उसकी आवाज से वाहन चालक की नींद खुल सके। यह कुछ ही जगह पर लगे हैं। बता दें कि यह पीले रंग की प्लास्टिक की पट्टी जैसी होती है। इसके ऊपर से गुजरने पर वाहनों में हल्की सी कंपन होती है।


