स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कासगंज में तिरंगा यात्रा पर रोक
गणतंत्र दिवस में तिरंगा यात्रा के दौरान हुयी हिंसा में एक युवक की मौत से सबक लेते हुये उत्तर प्रदेश में कासगंज के जिला प्रशासन ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रस्तावित तिरंगा यात्रा को अनुमति देने से

कासगंज। गणतंत्र दिवस में तिरंगा यात्रा के दौरान हुयी हिंसा में एक युवक की मौत से सबक लेते हुये उत्तर प्रदेश में कासगंज के जिला प्रशासन ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रस्तावित तिरंगा यात्रा को अनुमति देने से साफ इंकार कर दिया है और तत्काल प्रभाव से पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी है।
अलीगढ के मंडलायुक्त अजयदीप सिंह ने मंगलवार को बताया कि स्वतंत्रता दिवस के दौरान प्रशासन ने तिरंगा यात्रा समेत अन्य नये कार्यक्रमो पर रोक लगा दी है। जिले में धारा 144 लगा दी गयी है और लोगों से अपील की गयी है कि आजादी के जश्न को शांतिपूर्ण ढंग से मनाये। कानून और व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिये तीन कंपनी पीएसी और एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) बुलायी गयी है।
अाधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह का निर्विघ्न सम्पन्न कराने के लिये जिले में सुरक्षा बलों की तैनाती की जायेगी और संवेदनशील क्षेत्रों में खास निगरानी रखी जायेगी। पिछले गणतंत्र दिवस में तिरंगा यात्रा के दौरान भडकी हिंसा में चंदन गुप्ता नामक युवक को अपनी जान गवानी पडी थी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीबीपी) समेत तीन संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कासगंज जिला प्रशासन से तिरंगा यात्रा की अनुमति मांगी थी। एवीबीपी ने भाजपा नेताओं को पत्र लिख कासगंज प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाया ।
एवीबीपी की दलील है कि आजादी के जश्न को मनाने से रोकने की कोशिश संवैधानिक अधिकारों का सरासर उल्लंघन है।
दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा ने मंगलवार को कहा कि दोनो समुदाय के संगठनो ने तिरंगा यात्रा निकालने की अनुमति मांगी है, इसलिये प्रशासन ने फैसला लिया कि यात्रा के दौरान हिंसा भडकने की आशंका के मद्देनजर किसी को इसकी अनुमति नही दी जाये।
पिछली 26 जनवरी को एवीबीपी और विश्व हिन्दू परिषद द्वारा मोटरसाइकिल पर निकाली गयी तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा भडक उठी थी जिसमें चंदन गुप्ता की मौत हो गयी थी और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे। हिंसा भडकाने के आरोप में 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।


