निजी बोरवेल की सीलिंग बंद करो
दिल्ली में पानी की समस्या से जूझ रहे लाखों लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध कराने में नाकाम दिल्ली सरकार लोगों के निजी बोरवेल ही सील करने में जुटी है

दिल्ली की जल आपूर्ति स्थानीय नगर निगम को सौंपने की मांग
नई दिल्ली। दिल्ली में पानी की समस्या से जूझ रहे लाखों लोगों को पानी की सुविधा उपलब्ध कराने में नाकाम दिल्ली सरकार लोगों के निजी बोरवेल ही सील करने में जुटी है। भरी गर्मियों में लोगों को पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता के लिए परेशान किया जा रहा है। लिहाजा दिल्ली सरकार से मांग है कि निजी बोरवेल की सीलिंग पर रोक लगाए ताकि लोगों को पानी की समस्या से राहत मिल सके।
उक्त बातें उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष तिलक राज कटारिया ने कहीं। इसके साथ ही कटारिया ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243 डब्ल्यू के प्रावधानों के अनुपालन में घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रयोजनों के लिए जल प्रदाय का काम दिल्ली जल बोर्ड के स्थान पर स्थानीय नगर निगमों को हस्तांतरित करने की मांग भी की। कटारिया ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा नए सैकड़ों बोरवेल बनाने की योजना को अतार्किक बताते हुए कहा है कि अगर निजी बोरवेलों से भूजल स्तर नीचे जा रहा है तो क्या वह जल बोर्ड के नए बोरवेलों से नीचे नहीं जाएगा?
कटारिया ने कहा है कि दिल्ली में पीने के पानी की कमी दूर करने के लिए एकमात्र हल यही प्रतीत होता है कि निजी बोरवेलों में अलग मीटर लगाकर इन्हें नियमित किया जाए, वर्तमान निर्धारित शुल्क कम किए जाए और इनकी सीलिंग बंद की जाए। इससे न सिर्फ नए बोरवेल बनाने की संख्या में कटौती होगी,बल्कि दिल्ली जल बोर्ड के व्यय में भी बचत होगी।


