महंगाई कम होने से शेयर बाजार गदगद, सेंसेक्स हरे निशान में खुला
खुदरा महंगाई दर कम होने के बाद भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुला

मुंबई। खुदरा महंगाई दर कम होने के बाद भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुला। बाजार में चौतरफा तेजी देखी जा रही है।
सुबह 9:43 पर सेंसेक्स 467 अंक या 0.58 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,615 और निफ्टी 158 अंक या 0.64 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,736 पर था।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी खरीदारी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 510 अंक या 0.92 प्रतिशत की तेजी के साथ 56,030 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 132 अंक या 0.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,035 पर था।
करीब सभी सेक्टरों में हरे निशान में कारोबार हो रहा है। ऑटो, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी और पीएसई सबसे ज्यादा बढ़ने वाले इंडेक्स थे।
चॉइस ब्रोकिंग में डेरिवेटिव्स एनालिस्ट, हार्दिक मटालिया ने कहा, "सकारात्मक शुरुआत के बाद निफ्टी के लिए 24,500, 24,400 और 24,300 एक अहम सपोर्ट है। 24,700 रुकावट का स्तर है। अगर यह टूटता है तो 24,800 और 24,850 रुकावट के स्तर होंगे।"
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा स्टील, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, इटरनल, एचसीएल टेक, एमएंडएम, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, टीसीएस, एसबीआई और एनटीपीसी टॉप गेनर्स थे। टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, एचयूएल, नेस्ले और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स थे।
सरकार की ओर से मंगलवार शाम को खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए थे। अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 3.16 प्रतिशत रही है। यह जुलाई 2019 के बाद महंगाई का सबसे न्यूनतम स्तर है। मार्च में महंगाई दर 3.34 प्रतिशत पर थी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में प्राइम रिसर्च के प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा, "भारत की खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर कम होकर 3.16 प्रतिशत हो गई है, जो जुलाई 2019 के बाद सबसे कम है। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में तेज कमी देखी गई है। इस कारण हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई ब्याज दरों में आक्रामक रूप से कटौती करेगा।"
एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। हांगकांग, शंघाई, सोल और जकार्ता हरे निशान में थे, जबकि जापान और बैंकॉक लाल निशान में थे।
अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को मिलाजुला बंद हुआ था। मुख्य सूचकांक डाओ जोन्स लाल निशान में और नैस्डैक हरे निशान में बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 13 मई को 476 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने तीसरे दिन अपनी खरीदारी जारी रखी और 4,273 करोड़ रुपए की इक्विटी में निवेश किए।


