भिड़ में नकली दूध-मावा बनाने वालों पर एसटीएफ की दबिश
मध्यप्रदेश की ग्वालियर एसटीएफ ने भिंड जिले के लहार में सिंथेटिक दूध के कारोबार की शंका में दूध के नमूने

भिंड। मध्यप्रदेश की ग्वालियर एसटीएफ ने भिंड जिले के लहार में सिंथेटिक दूध के कारोबार की शंका में दूध के नमूने लिए हैं।
एसटीएफ ने डेयरी और चिलर सेंटर को 19 जुलाई को सील किया था। इनके रिकॅार्ड के मुताबिक इन चिलर सेंटर और डेयरी पर हर रोज जितनी मात्रा में दूध की आवक नहीं है, उससे ज्यादा दूध उन्होंने अपने यहां से सप्लाई होना दर्शाया है। इससे यह सिंथेटिक दूध बनाने की आशंका और मजबूत हो गई है।
ग्वालियर एसटीएफ प्रभारी चेतन बैस ने कहा कि लहार की डेयरी व चिलर से जब्त रिकॅार्ड में कई खुलासे हुए हैं।
वे कम मात्रा में दूध खरीदकर अधिक मात्रा में सप्लाई करते थे। अधिक दाम में खरीदा दूध कम दाम में बेचते थे, जिससे साफ है कि वे सिंथेटिक दूध बना रहे थे।
दूध के नमूने खाद्य सुरक्षा दस्ते से ले लिए हैं, जिनकी जांच कराई जा रही है।
इन नमूनों को स्टेट फारेंसिक सांइस लेबोरेटरी (एफएसएल) सागर से जांच कराने की संभावना जताई जा रही है।
ग्वालियर एसटीएफ पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने कहा कि मुरैना से एक चिलर संचालक को पकड लिया गया है जबकि लहार के चिलर व डेयरी संचालकों की गिरफ्तारी के लिए टीमें काम कर रही है। दोनों के मालिक फरार चल रहे हैं, लेकिन जल्द उन्हें पकड लिया जाएगा।


