एसटीएफ एएसपी त्रिवेणी सिंह बने डॉ. त्रिवेणी सिंह
साइबर अपराधियों पर नकेल कसने वाले तेज तर्रार पुलिस अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ त्रिवेणी सिंह को एमिटी विश्वविद्यालय से प्रोफेसर की मानद उपाधि मिला है

ग्रेटर नोएडा। साइबर अपराधियों पर नकेल कसने वाले तेज तर्रार पुलिस अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ त्रिवेणी सिंह को एमिटी विश्वविद्यालय से प्रोफेसर की मानद उपाधि मिला है।
धीरेन्द्र कुमार, उप सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने त्रिवेणी सिंह को प्रोफेसर की उपाधि अपने अभिलेखों में लिखने की अनुमति दिया है। डॉ त्रिवेणी सिंह हाइटेक होती उत्तर प्रदेश पुलिस का वह चेहरा हैं, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर न्यायिक सेवा, पुलिस सेवा से लेकर सीबीआई एकेडमी में साइबर क्राइम पर व्याख्यान दे चुके हैं। उन्हें नैसकॉम व डीएससीआई द्वारा साइबर कॉप ऑफ इंडिया से सम्मानित कर चुके हैं।
डॉ. त्रिवेणी सिंह इस समय एसटीएफ, एएसपी के रूप में पश्चिमी उत्तर प्रदेश गौतमबुद्धनगर में तैनात हैं। डॉ. त्रिवेणी सिंह देश के पहले पुलिस अधिकारी हैं, जिन्होंने साइबर क्राइम में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। त्रिवेणी सिंह मूल रूप से बलिया के रहने वाले हैं। 1994 बैच के उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा के अधिकारी हैं और प्रदेश के कई जनपदों में इनकी तैनाती रही है. नोएडा में साइबर क्राइम सेल में एएसपी रहे हैं और बरेली जैसे बड़े शहर में एसपी सिटी के रूप में बेहतरीन काम किया है।
डॉ. त्रिवेणी सिंह भारत के राष्ट्रपति द्वारा गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके हैं, उनकी कुछ प्रमुख उपलब्धियों की बात करें तो 3700 करोड़ रुपए के पांजी स्कैम, रेलवे एक्जाम पेपर लीक, जॉब पोर्टल, इंश्योरेंस फ्रॉड जैसे 100 से अधिक बड़े क्राइम की घटनाओं का खुलासा किया है।
अब तक मिल चुका है ये सम्मान
भारत के राष्ट्रपति से गैंलेंट्री अवार्ड से सम्मानित
नैसकॉम व डीएससीआई द्वारा साइबर कॉप ऑफ इंडिया से सम्मानित
एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार
सीबीआई डायरेक्टर द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर
डीजीपी उत्तर प्रदेश द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर
डिजीटल इनवेस्टिगेटर्स एसोसिएशन द्वारा लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार
एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा मानद प्रोफेसर की उपाधि


