एसटीएफ ने देहरादूर से किया 50 हजार के इनामी हत्यारोपी को गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कासगंज जिले से हत्या के मुकदमें में फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी वांछित अपराधी पिंटू उर्फ राहुल को देहरादून (उत्तराखण्ड) से गिरफ्तार कर लिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कासगंज जिले से हत्या के मुकदमें में फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी वांछित अपराधी पिंटू उर्फ राहुल को देहरादून (उत्तराखण्ड) से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ के राजीव नारायण मिश्र ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में कासगंज में हुई हत्या के मामले में पांच साल से फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी वांछित अपराधी पिंटू उर्फ राहुल को देहरादून (उत्तराखण्ड)के पटेल नगर इलाके में सोमवार रात ट्रांसपोर्ट नगर से गिरफ्तार किया। यह आरोपी कासगंज जिले गंजडुण्डवारा के मौहल्ला नानकबक्श का रहने वाला है। इसके पास से 1510 रुपये और दो मोबाइल फोन बरामद किए गये।
उन्होंने बताया कि इस हत्यारोपी को पकड़ने के लिए एसटीएफ को लगाया गया था। इसी क्रम में 26 अगस्त की रात सूचना मिली कि 50,000 का इनामी हत्यारोपी पिंटू उर्फ राहुल देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर में सर्जिकल का सामान बेचने वाली दुकान वंदनी ट्रेडर्स में मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ ने कासगंज पुलिस को साथ लेकर बताये गये स्थान पर पहुंची। मुखबिर द्वारा पहचान के बाद पुलिस ने आरोपी पिंटू उर्फ राहुल को दबोच लिया। उन्होंने बताया गिरफ्तारी के तत्काल पुलिस उसे लेकर देहरादून से कासगंज के लिये रवाना हो गयी।
पूछताछ पर पिंटू ने बताया कि वर्ष 1998 में उसके भाई मुकुल वर्मा की हत्या कर दी गयी थी। जिसमें विष्णु रतन गुप्ता सहित 04 लोगों के विरूद्व अभियोग पंजीकृत कराया गया था जिसमें विष्णु रतन गुप्ता सहित चारो लोग जेल गये थे, तब से ही उसकी रंजिश विष्णु रतन गुप्ता तथा उसके परिवार से हो चली थी। उसने यह भी बताया कि वर्ष 2013 में उक्त विष्णु रतन गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उसकेे भाई गोलू की गिरफ्तारी की जा चुकी है जबकि वर्ष 2013 से ही वह लगातार फरार चल रहा था। पिंटू ने यह भी बताया कि वह 3-4 साल से देहरादून में सर्जिकल स्टोर चला रहा है। गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद आज जेल भेज दिया।


