एसटीएफ व पुलिस ने मिलकर पांच लुटेरों को किया गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) व बीटा-दो थाने की पुलिस ने लूटपाट करने वाले गिरोह के सरगना सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है

ग्रेटर नोएडा। स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) व बीटा-दो थाने की पुलिस ने लूटपाट करने वाले गिरोह के सरगना सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पकड़े गए आरोपियों के पास से लूटपाट में उपयोग करने वाले असलाह व कार बरामद किया है।

एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर मुख्य आरोपी निखिल को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में बताया कि 21 में 2022 को सीनियर सिटीजन सोसाइटी के पास लूटपाट की घटना को स्वीकार किया है।
निखिल की निसानदेही पर घटना में शामिल लोकेश, रोहित, सोनू एवं सुकेश को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से लूट के सामान बरामद किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त निखिल, लोकेश, सोनू, रोहित एवं सुकेश ने पूछताछ पर बताया कि लोकेश के साथ प्रिंन्स निवासी ग्राम अलोदा थाना ककोड, बुलन्दशहर हाई स्कूल में पढाई करता था।
प्रिंन्स के गाँव का ही रहने वाला राजू पुत्र दलीप, प्रिन्स का दोस्त था और राजू की जान पहचान प्रिंन्स के माध्यम से लोकेश से हो गई थी। राजू अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति था जो प्रायः गैंग बनाकर गाडियों लूटने व गाडियों में सवारियों बैठाकर उनसे लूटपाट की घटनाऐं करता था तथा वह (लोकेश) भी राजू के साथ मिलकर लूटपाट की घटनाऐं करने लगा तथा लोकेश ने इस काम में अपने ताऊ के लड़के निखिल को भी शामिल कर लिया।
बताया कि निखिल के जीजा के गाँव में ही रोहित, उक्त की रिश्तेदारी थी। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि 21 मई 2022 को जब वह लोग घटना करने के उद्देश्य से रात्रि में ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के पी-3 सेक्टर की रोड पर घूम रहें थे तो उसी समय एक व्यक्ति अपनी गाडी खड़ी करके लघुशंका कर रहा था।
उसी समय हम लोग गाडी लेकर भागने लगे तो उक्त व्यक्ति, जो कि पुलिसकर्मी था, के द्वारा पीछे से गाडी पर 2 फायर किये गये थे, जिससे भाग्यवश बच गये थे, गोली गाडी के पिछले शीशे में लगी थी।

उक्त गाडी को लेकर दनकौर होते हुए राजू व रोहित हिनरोटी गाँव पहुँचे थे तथा बाकी लोग मोटर साईकिल से हिनरोटी के समीप सड़क पर एकत्र हुए थे वहां पर हम लोगों ने गाड़ी की तलाशी ली तो गाड़ी में पुलिसकर्मी का परिचय पत्र मिला था, इसके अलावा सरकारी मैगजीन, कारतूस, रुपया एटीएम कार्ड कपड़े आदि सामान भी मिला था, उस गाडी को हम लोगों ने गुलावठी जाकर अपने परिचित के यहाँ गाडी को छिपा दिया था। बाद में राजू उस गाडी को बेचने अथवा कटवाने के लिए गाडी लेकर ग्रेटर नोएडा आया था परन्तु पुलिस के डर से गाड़ी छोडकर भाग गया था जो पुलिस ने बरामद कर ली थी।
गाड़ी में रखे सामान को आपस में बांट लिया था।


