'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' भारत के युवाओं के आत्मविश्वास की भी अभिव्यक्ति है-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की विशाल मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण को देश के लिए ऐतिहासिक पल करार दिया

केवड़िया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की विशाल मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण को देश के लिए ऐतिहासिक पल करार दिया और कहा कि भारत का एकीकरण करने वाले महापुरूष की दुनिया की यह सबसे ऊंची मूर्ति नये भारत के युवाओं के आत्मविश्वास की भी अभिव्यक्ति है।
उन्होंने हालांकि इस बात पर हैरानी जतायी कि ऐसे काम को भी कुछ लाेग राजनीतिक चश्मे से देखने और इसके लिए उनकी आलोचना करने का दु:साहस कर रहे हैं।
मोदी ने देश के एकीकरण में तथा अन्य कई महत्वपूर्ण कार्यों में उनके योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि यह मूर्ति न केवल गुजरात के इस आदिवासी बहुल इलाके को एकता का तीर्थ बना देगी बल्कि इसके और यहां के निवासी आदिवासियों के विकास का भी रास्ता खोलेगी।
इस मौके पर उन्होंने देश के एकीकरण के लिए तत्कालीन देशी रजवाड़ों के त्याग की भी सराहना करते हुए उनसे संबंधित एक म्यूजियम भी यहां शुरू करने की बात कही।
मोदी ने इस परियोजना की आलोचना पर हैरानी जताते हुए कहा, ‘मै हैरान रह जाता हूं जब देश में ही कुछ लोग इस मुहिम को राजनीति के चश्मे से देखने का दु:साहस करते हैं। सरदार पटेल के सम्मान के लिए हमारी आलोचना की जाती है। एेसा महसूस कराया जाता है जैसे हमने बहुत बड़ा अपराध कर दिया है। क्या महापुरूषों को याद करना अपराध है।
उन्होंने कहा कि देश-भक्ति की भावना के बल पर ही हमारी सभ्यता हजारों वर्षों से फल फूल रही है। किसी भी देश इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं जब वो पूर्णता का एहसास कराते है। यह वह पल होता है जो किसी राष्ट्र के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है, उसे मिटा पाना बहुत मुश्किल होता है, आज का यह दिन भी भारत के इतिहास के ऐसे ही कुछ क्षणों में से एक महत्वपूर्ण पल है। यह प्रतिमा इतिहास का एक सुनहरा पन्ना बनने के साथ ही भविष्य के लिए प्रेरणा का गगनचुंबी आधार भी बना है।


