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भगदड़ के विरोध में युवा कांग्रेस का प्रदर्शन, मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा

युवा कांग्रेस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई लोगों के मारे जाने पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए इस घटना के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जिम्मेदार बताते हुए मंगलवार को यहां प्रदर्शन किया और वैष्णव से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की

भगदड़ के विरोध में युवा कांग्रेस का प्रदर्शन, मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा
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नई दिल्ली। युवा कांग्रेस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई लोगों के मारे जाने पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए इस घटना के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जिम्मेदार बताते हुए मंगलवार को यहां प्रदर्शन किया और वैष्णव से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की।

युवा कांग्रेस के प्रवक्ता वरुण पांडे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनकारी युवाओं ने जबरन रेल मंत्रालय की तरफ जाने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिस बंदोबस्त के कारण उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने रेल मंत्री का पुतला फूंका और उनसे इस्तीफ़ा मांगा। इस दौरान प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर और तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर मरने वालों के आंकड़े नहीं छुपाने, भगदड़ नहीं नरसंहार जैसे नारे लिखे हुए थे।

पांडे के अनुसार इस दौरान युवा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब ने प्रदर्शनकारी युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह भगदड़ या हादसा नहीं बल्कि नरसंहार है। रेल मंत्री अपने कर्तव्य का निर्वाह करने में विफल रहे हैं इसलिए उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।

चिब ने कहा, “वहां का मंजर दिल दहलाने वाला था, रेलवे प्रशासन की नाकामी के कारण आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दम घुटने से 18 लोगों की मौत हो गई, जिसमें नौ महिलाएं, चार पुरुष और पांच बच्चे शामिल हैं। श्रद्धालुओं के इस नरसंहार का जिम्मेदार कौन है। इतना बड़ा हादसा हो जाने के बाद भी नैरेटिव बनाया गया कि सब कुछ नियंत्रण में है। जब लोग भगदड़ में मर रहे थे तो रेल मंत्री मौत के आंकड़ें छिपाने में जुटे थे। श्री वैष्णव को नैतिक रूप से अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है इसलिए उन्हें जल्द से जल्द इस्तीफा देना चाहिए।”

दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अक्षय लाकरा ने कहा कि सरकार ने विज्ञापन दिए और लोगों को कुंभ में बुलाया। ऐसे में जब लोग कुंभ जा रहे हैं तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं निभाई। आस्था के पर्व महाकुंभ में जाने के लिए जनता की सरकार से उम्मीद होती है कि उनके लिए आवागमन के उचित प्रबंध हों, पुलिस प्रशासन की तैनाती हो, भीड़ संचालन का बंदोबस्त हो लेकिन मोदी सरकार यह सब व्यवस्था करने में विफल रही है।


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