विफलता का स्मारक कहलाएगा 2025 का "कागजी भव्य दिव्य कुंभ : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकुंभ में अव्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विफलता का स्मारक कहलाएगा 2025 का "कागजी भव्य दिव्य कुंभ

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकुंभ में अव्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विफलता का स्मारक कहलाएगा 2025 का "कागजी भव्य दिव्य कुंभ।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर वीडियो पोस्ट किया, जिसमें कुंभ की अव्यवस्था के बारे में सवाल उठाया गया। इसे लेकर उन्होंने लिखा कि विश्व गुरु 5 ट्रिलियन विकसित भारत, थर्ड लार्जेस्ट इकोनॉमी की सच्चाई बड़बोली सरकारी की विफलता का स्मारक कहलाएगा 2025 का "कागजी भव्य दिव्य कुंभ।
विश्व गुरु
5 ट्रिलियन
विकसित भारत
थर्ड लार्जेस्ट इकॉनमी की सच्चाई
बड़बोली सरकारी की विफलता का स्मारक कहलाएगा 2025 का "कागजी भव्य दिव्य कुंभ" pic.twitter.com/skGukLOL5G
इसके पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने महाकुंभ पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुंभ में आने वालों की सरकार संख्या नहीं बता रही है। सरकार के द्वारा पेश किए गए आंकड़े कुछ और हैं और असली संख्या भिन्न। सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि उसकी अव्यवस्था की पोल न खुल सके। हादसे में मृतकों की संख्या भी नहीं बताई जा रही है। बुजुर्ग स्नान करने नहीं जा सके। जबकि सपा सरकार में कुंभ का आयोजन अच्छे से संपन्न हुआ था।
अखिलेश ने सरकार से महाकुंभ का समय बढ़ाने की मांग और अपील की। सरकार से अपील है कि कई बुजुर्ग स्नान नहीं कर पाए हैं, जबकि वे स्नान करना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रयाग का पुलिस कमिश्नरेट फेल हुआ। पूरी पुलिस को भाजपा का बना दिया गया है। पुलिस को भाजपा की टोपी पहनकर बैठना चाहिए।
इस पर सरकार के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव फ्रस्टेट हो चुके हैं। विधानसभा उपचुनाव में 10 में से 8 सीटों पर वे बुरी तरह से पराजित हुए हैं। वे हार के सदमे में हैं। यही कारण है कि महाकुंभ में उमड़ा जनज्वार उन्हें भा नहीं रहा है, जनआस्था उन्हें स्वीकार नहीं हो रही है। उनके मित्र राहुल गांधी इंडियन स्टेट से लड़ने की बात कर रहे हैं। अखिलेश यादव सनातन धर्म से द्रोह कर रहे हैं। भाजपा का विरोध करते-करते सनातन धर्म का विरोध करने लगे हैं।


