संजय राउत हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़ चुके हैं : अरुण सावंत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा जनसंख्या पर नागपुर में दिए गए बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की विवादास्पद टिप्पणी का शिवसेना नेता अरुण सावंत ने कड़ा विरोध किया

मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा जनसंख्या पर नागपुर में दिए गए बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की विवादास्पद टिप्पणी का शिवसेना नेता अरुण सावंत ने कड़ा विरोध किया।
मोहन भागवत ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हिंदू समाज में बच्चों की संख्या कम हो रही है और यह चिंता का विषय है। उन्होंने आग्रह किया था कि हिंदू परिवार कम से कम दो या तीन बच्चों की योजना बनाएं, ताकि समाज का संतुलन बना रहे। भागवत के इस बयान के तुरंत बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने उनके विचारों पर आपत्ति जताई।
शिवसेना (यूबीटी) नेता के बयान पर अरुण सावंत ने जुबानी हमला करते हुए कहा कि संजय राउत हिंदुत्व की विचारधारा छोड़ चुके हैं और अब मुस्लिम समाज की जनसंख्या बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। वह अपनी राजनीति बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
उन्होंने हिंदू समुदाय से अपील की कि वह ऐसे नेताओं से दूरी बनाएं जो हिंदू धर्म के खिलाफ बयानबाजी करते हैं और समाज को तोड़ने की कोशिश करते हैं। हमें अपनी समाज और संस्कृति को बचाने के लिए मजबूत कदम उठाने की आवश्यकता है। हमें ऐसे नेताओं के खिलाफ खड़ा होना होगा जो हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वोट वैंट के चलते राउत इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि मुसलमानों की जनसंख्या कैसे बढ़े, क्योंकि उन्हें लगता है कि हिंदुओं की जनसंख्या बढ़ेगी तो उनका चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।
बता दें कि मोहन भागवत ने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में जनसंख्या वृद्धि पर कहा था कि यदि जनसंख्या वृद्धि दर 2.1 से कम हो जाती है तो समाज का पतन निश्चित है। मनुष्य के जन्म दर को एक नहीं रखा जा सकता, इसलिए कम से कम दो-तीन बच्चों का जन्म होना चाहिए।


