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सैम पित्रोदा का आरोप, 'आईआईटी रांची में ऑनलाइन संवाद को हैक कर चलाया गया अश्लील वीडियो', संस्थान का इनकार

कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने आरोप लगाया है कि रांची के ट्रिपल आईटी के छात्रों के साथ हाल में उनके एक ऑनलाइन सेशन को किसी ने हैक करते हुए अश्लील वीडियो का प्रसारण कर दिया। इस हरकत की वजह से हमें और आयोजकों को कार्यक्रम रोकना पड़ा। पित्रोदा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो के दौरान इस कथित शर्मनाक घटना का जिक्र किया है

सैम पित्रोदा का आरोप, आईआईटी रांची में ऑनलाइन संवाद को हैक कर चलाया गया अश्लील वीडियो, संस्थान का इनकार
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रांची। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने आरोप लगाया है कि रांची के ट्रिपल आईटी के छात्रों के साथ हाल में उनके एक ऑनलाइन सेशन को किसी ने हैक करते हुए अश्लील वीडियो का प्रसारण कर दिया। इस हरकत की वजह से हमें और आयोजकों को कार्यक्रम रोकना पड़ा। पित्रोदा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो के दौरान इस कथित शर्मनाक घटना का जिक्र किया है।

रांची ट्रिपल आईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) के पब्लिक ग्रिवांस ऑफिसर रूपेश कुमार वर्मा ने ऐसी किसी घटना से साफ तौर पर इनकार किया है। उन्होंने आईएएनएस को बताया कि सैम पित्रोदा को संस्थान की ओर से आज तक कभी किसी कार्यक्रम के लिए न तो आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया गया है और न ही उन्होंने कभी किसी ऑफिशियल कार्यक्रम में भाग लिया है। वह खुद हैरान हैं कि पित्रोदा ने कब और कहां ट्रिपल आईटी के छात्रों के साथ संवाद किया।

सैम पित्रोदा ने अपने वीडियो में आईआईटी, रांची का जिक्र किया है। वस्तुतः रांची में कोई आईआईटी नहीं है, बल्कि ट्रिपल आईटी है, जिसने इस तरह की किसी घटना से इनकार किया है।

ट्रिपल आईटी के रजिस्ट्रार डॉ. जयदीप पति ने भी आईएएनएस को बताया कि सैम पित्रोदा को हमारे संस्थान ने कभी भी किसी इवेंट में सशरीर या वर्चुअली भाग लेने के लिए आमंत्रित नहीं किया है।

पित्रोदा ने एक्स पर जो वीडियो पोस्ट किया है, उसका टाइटल है, 'सैम के साथ संवाद : उथल-पुथल के दौर में गांधी की प्रासंगिकता।' उन्होंने इसी वीडियो में कहा है कि हाल ही में मैं रांची आईआईटी में लगभग 100 छात्रों को संबोधित कर रहा था, तभी किसी ने सत्र को हैक कर अश्लील वीडियो चलाना शुरू कर दिया। हमें मजबूरन कार्यक्रम रोकना पड़ा। क्या यही लोकतंत्र है? क्या यही निष्पक्षता है?

कांग्रेस नेता ने कहा कि यह घटना बताती है कि शिक्षण संस्थान अब अपने लोकतांत्रिक और स्वतंत्र चरित्र खोते जाते हैं। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं अकादमिक चर्चाओं की अखंडता और विचारों के स्वतंत्र आदान-प्रदान को कमजोर करती हैं।

पित्रोदा ने यह नहीं बताया कि क्या उन्होंने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज कराई है या नहीं। पित्रोदा के इस दावे पर कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए हैं।


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