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ओडिशा ट्रेन हादसा : फंसे यात्रियों को कटक भेजा गया, घायलों के लिए 17 एंबुलेंस तैनात

ओडिशा के कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन में रविवार को 12551 बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए

ओडिशा ट्रेन हादसा : फंसे यात्रियों को कटक भेजा गया, घायलों के लिए 17 एंबुलेंस तैनात
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कटक। ओडिशा के कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन में रविवार को 12551 बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के बाद राहत कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। कटक के जिलाधिकारी दत्तात्रेय शिंदे ने बताया कि दुर्घटना के बाद यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए एक विशेष ट्रेन का प्रबंध किया गया है।

जिलाधिकारी शिंदे ने मीडिया से कहा कि राहत के तौर पर बिस्कुट, ओआरएस और सूखा भोजन जैसे चूड़ा जैसी सामग्रियां यात्रियों को उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही, तीन चिकित्सा टीमों को दुर्घटना स्थल पर तैनात किया गया था, जो घायल यात्रियों को मदद पहुंचाने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। घायलों को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। दुर्भाग्य से, एक यात्री की इस दुर्घटना में जान चली गई।

उन्होंने कहा कि फंसे हुए यात्रियों के लिए छह बसों का इंतजाम किया गया है और उन्हें कटक रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया जाएगा, जो आपातकालीन सहायता के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन है। इसके अतिरिक्त, 17 एंबुलेंस घायल यात्रियों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए तैनात की गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तीन एनडीआरएफ चिकित्सा टीमें दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं, जो मामूली चोटों वाले यात्रियों की मदद कर रही हैं। कुछ घायलों को नजदीकी तांगी पीएचसी भेजा गया है, जबकि अन्य को उनकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार डिस्चार्ज किया जा रहा है।

दत्तात्रेय शिंदे ने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस यात्री की मौत हुई है, उसने डर के कारण ट्रेन से कूदने का प्रयास किया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। रेलवे द्वारा विस्तृत जांच के बाद दुर्घटना का सही कारण निर्धारित किया जाएगा। रेलवे डीआरएम मौके पर मौजूद हैं।

एक घायल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "मैं एक वेटर के रूप में काम कर रहा था और यात्रियों को खाना सर्व कर रहा था, तभी अचानक ट्रेन पटरी से उतर गई। मैं सिर में चोट लगने के कारण घायल हो गया। पूरी बोगी में अफरा-तफरी मच गई थी।"

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "कटक के नेरगुंडी स्टेशन के पास कामाख्या एक्सप्रेस के पटरी से उतरने को लेकर गहरी चिंता जताता हूं। अधिकारी मौके पर हैं और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। सहायता के लिए हेल्पलाइन सक्रिय कर दी गई हैं।"

दुर्घटना के बाद कई ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि प्रभावित यात्रियों को किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त हो सके। भुवनेश्वर के लिए हेल्पलाइन नंबर 84558-85999 और कटक के लिए हेल्पलाइन नंबर 89911-24238 उपलब्ध हैं।


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