Top
Begin typing your search above and press return to search.

'इंडिया सेंचुरी' पर पीएम मोदी की राय से 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट-2024' का आगाज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के 2047 तक विकसित भारत और 2030-31 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का विजन निश्चित रूप से 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024-द इंडिया सेंचुरी' में प्रमुखता से चर्चा का विषय होगा

इंडिया सेंचुरी पर पीएम मोदी की राय से एनडीटीवी वर्ल्ड समिट-2024 का आगाज
X

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के 2047 तक विकसित भारत और 2030-31 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का विजन निश्चित रूप से 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024-द इंडिया सेंचुरी' में प्रमुखता से चर्चा का विषय होगा। उनके उद्घाटन भाषण में ये मुद्दे न केवल भारत की आर्थिक रणनीति को उजागर करेंगे, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को भी प्रदर्शित करेंगे।

इस समिट में कई विषयों पर बातचीत होगी, जिसमें तकनीकी विकास, सामाजिक सुधार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे भी शामिल हैं। यह भारत के भविष्य के दृष्टिकोण को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

भारत की स्थिति एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रही है, खासकर जब यूरोप और पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ रहे हैं। वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी' में वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे।

यह समिट ना केवल भारत की कूटनीतिक क्षमता को प्रदर्शित करेगा, बल्कि यह भी दिखाएगा कि कैसे भारत अंतरराष्ट्रीय सहयोग, सुरक्षा और विकास के लिए एक सक्रिय भूमिका निभा रहा है। ऐसी चर्चाओं से वैश्विक स्थिरता में योगदान करने की भारत की प्रतिबद्धता और बढ़ेगी।

दो दिन तक चलने वाले इस समिट में पीएम मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर, भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री लॉर्ड डेविड कैमरन, अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता और विश्व बैंक के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री प्रोफेसर पॉल रोमर, लेखक और इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल भी हिस्सा लेंगे।

इसके अलावा भारत और भूटान में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन, संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन और भारत में ब्राजील के राजदूत केनेथ एच दा नोब्रेगा बदलते वैश्विक भू-राजनीतिक गतिशीलता और आर्थिक परिदृश्य पर चर्चा करेंगे।

एनडीटीवी शिखर सम्मेलन में भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल, मोबियस इमर्जिंग ऑपर्च्युनिटीज फंड के चेयरमैन मार्क मोबियस, भारत फोर्ज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बाबा कल्याणी, अपोलो हॉस्पिटल्स समूह की प्रबंध निदेशक सुनीता रेड्डी सहित अन्य प्रमुख हस्तियां भी वैश्विक मंच पर भारतीय अर्थव्यवस्था की भूमिका पर अपने विचार साझा करेंगे।

एनडीटीवी इस शिखर सम्मेलन में 'एनडीटीवी वर्ल्ड' भी लॉन्च करेगा, जिसका टैगलाइन होगा, 'सीइंग द वर्ल्ड फ्रॉम व्हेयर इंडिया स्टैंड्स (Seeing the World from Where India Stands)' यानी 'भारत जहां खड़ा है, वहां से दुनिया को देखना।'

एनडीटीवी वर्ल्ड का लक्ष्य वैश्विक मंच पर एशिया और भारत की अग्रणी आवाज बनना है। 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी' में संबोधन देने के एक दिन बाद, पीएम मोदी रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जहां वह ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने समकक्षों और नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it