हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने पर नकवी का तंज, 'साजिश रिपोर्ट पर सामंती सोच की जुगलबंदी पर तालाबंदी'
हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने पर भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने "साजिश रिपोर्ट पर सामंती सोच की जुगलबंदी" करार देते हुए कहा कि इस पर तालाबंदी से कुछ लोगों की परेशानी स्वाभाविक है

नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने पर भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को "साजिश रिपोर्ट पर सामंती सोच की जुगलबंदी" करार देते हुए कहा कि इस पर तालाबंदी से कुछ लोगों की परेशानी स्वाभाविक है।
नकवी ने कहा, "ऐसे फेक रिपोर्ट से जिनको समर्थन मिलता है, उनके जुगलबंदी की तालाबंदी हुई है। हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने से कुछ लोग परेशान हैं। भारत के आर्थिक ताने-बाने, लोकतंत्र और भारतीय संसद की व्यवस्था के बारे में कुछ एजेंसी दुष्प्रचार कर रही थीं। चाहे वे बाहर की एजेंसी हों या फिर भारत की। यह देश के लिए चुनौती रही है। कई राजनीतिक पार्टियां हैं, जो गलत रिपोर्ट का समर्थन करती हैं और देश के बारे में डर तथा भ्रम पैदा करने की कोशिश करती हैं, उनको हताशा और निराशा मिली है।
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के चुनावी वादे को लेकर नकवी ने कहा, "जंतर-मंतर से झाड़ू की जो झांसा यात्रा शुरू हुई थी, उसके छूमंतर होने का समय आ गया है। इसकी शुरुआत हो चुकी है, वे लोग इसको अच्छी तरह जानते हैं। यही कारण है कि वे बड़े-बड़े वादे करते हुए नजर आ रहे हैं। जहां तक भाजपा का सवाल है, भाजपा ने समावेशी विकास, सशक्तिकरण के जरिए समाज के आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति की आंखों में खुशी और जिंदगी में खुशी लाने के लिए प्रतिबद्ध है। जहां-जहां पर भाजपा के डबल इंजन की सरकार है, उन्होंने इसको प्रतिबद्धता और प्रमाणिकता के साथ आगे बढ़ाया है। दिल्ली में भी हमारी सरकार बनती है तो इसको मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे।"
उल्लेखनीय है कि दिल्ली चुनाव में 'आप' एक बार फिर सत्ता तलाश रही है तो वहीं कांग्रेस वापसी की तलाश में हैं। भाजपा दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनाना चाहती है।


