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नाना पटोले बोले, 'मनमोहन सिंह के साथ भेदभाव, दुनिया देख रही ओछी राजनीति'

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भाजपा पर निशाना साधा

नाना पटोले बोले, मनमोहन सिंह के साथ भेदभाव, दुनिया देख रही ओछी राजनीति
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मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के बेटे डॉ. मनमोहन सिंह ने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया, लेकिन उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है जो कि ठीक नहीं है। उनके योगदान को पूरा देश याद कर रहा है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "यह ओछी राजनीति है। यह देश में एक नई व्यवस्था है, जिसे हम देख रहे हैं। पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने इस देश के लिए काम किया। आज हम उनकी संपत्ति के बारे में विवरण देख सकते हैं, वे इतने प्रतिष्ठित पदों पर रहे, लेकिन उनकी संपत्ति 10 करोड़ से अधिक नहीं है। जिसने गांधी की विचारधारा का पालन किया, जो देश के लिए जीता है, उसका अपमान किया जा रहा है, यह ओछी राजनीति है।"

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जमीन के लिए अनुरोध किया था, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोई आंदोलन नहीं करेगी। जो लोग सत्ता में बैठे हैं, यह उनकी ओछी राजनीति है, जिसे दुनिया देख रही है।

फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर नाना पटोले ने कहा कि सच परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने मनमोहन सिंह को 'एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री' कह कर एजेंडा सेट करने की कोशिश की थी। वहीं, आरएसएस और भाजपा अब उनके कार्यकाल के बारे में अच्छा बोल रहे हैं। मनमोहन सिंह ने खुद कहा कि भविष्य बताएगा कि मैं कितना मजबूत प्रधानमंत्री था। उन्होंने हमेशा देश और लोगों के हित के लिए काम किया है। अगर अनुपम खेर जैसे समझदार व्यक्ति उन्हें 'एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' कहते हैं, तो वह जनता की नजरों में गिर चुके हैं।

हाथरस मामले में राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस देने पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज कोर्ट बंद है। लेकिन मनमोहन सिंह से ध्यान हटाने के लिए राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस भेजा गया है। जब डॉ. मनमोहन सिंह जिंदा थे तब भी भाजपा डरी हुई थी, आज जब वह नहीं हैं, तब भी डरी हुई है।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री और विश्व विख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। पूर्व पीएम शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। तिरंगे झंडे में लिपटे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर किया गया। उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी।


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