मुंबई : गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही बोट पलटी, 13 की मौत, 101 लोगों को बचाया गया
महाराष्ट्र में गेटवे ऑफ इंडिया के समीप रायगढ़ तट के पास अरब सागर में समुद्री परीक्षण के लिए निकली भारतीय नौसेना की एक स्पीडबोट के अचानक यात्री नौका ‘नीलकमल’ से टकरा जाने से 13 लोगों की मौत हो गई

मुंबई। महाराष्ट्र में बुधवार को गेटवे ऑफ इंडिया के समीप रायगढ़ तट के पास अरब सागर में समुद्री परीक्षण के लिए निकली भारतीय नौसेना की एक स्पीडबोट के अचानक यात्री नौका ‘नीलकमल’ से टकरा जाने से 13 लोगों की मौत हो गई जबकि 108 अन्य को बचा लिया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नौसेना की स्पीडबोट तेज गति से यात्री नौका ‘नीलकमल’ से टकरा गयी, जिससे नाव पलट गयी और अधिकांश पर्यटक गेटवे ऑफ इंडिया से करीब 10 किलोमीटर दूर रायगढ़ तट पर उरण, करंजा के पास अरब सागर में गिर गये।
आस-पास की अन्य नौकाओं से घबराए यात्रियों द्वारा खींची गयी इस हादसे के वीडियो में लोगों को मदद के लिए चिल्लाते, तैरने के लिए अपने हाथ-पैर फड़फड़ाते या अपने प्रियजनों को ठंडे समुद्री पानी में डूबने से बचाने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है।
पीड़ितों को बचाने के लिए नौसेना के चार हेलीकॉप्टरों और 10 से अधिक जहाज, समुद्री पुलिस, भारतीय तटरक्षक, जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण, स्थानीय मछुआरों और अन्य नौकाओं के जरिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया गया।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि दुर्घटना शाम चार बजे के करीब उस समय हुई जब नौसेना के पोत के इंजन का परीक्षण किया जा रहा था और वह यात्रियों को गेट वे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप ले जा रही एक यात्री नौका नील कमल से टकरा गया।
नौसेना द्वारा तटरक्षक बल और समुद्री पुलिस एजेन्सी के समन्वय से तुरंत खोज और बचाव प्रयास शुरू किए गए। चार नौसैनिक हेलीकॉप्टर, 11 नौसैनिक जहाज, एक तटरक्षक नौका और तीन समुद्री पुलिस नौकाएं बचाव कार्य कर रही हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दुर्घटना में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि दुर्घटना में घायल लोगों को हर संभव चिकित्सा सहायता पहुंचायी जा रही है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक और संवेदना प्रकट की है।
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने दुर्घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
बृहन्मुंबई नगर निगम की ओर से शाम 19.00 बजे जारी बयान के अनुसार अधिकारियों ने दो मौतों की पुष्टि की है, जिनमें से चार की हालत अलग-अलग अस्पतालों में ‘गंभीर’ है, और 104 पर्यटकों की हालत ‘स्थिर’ बताई गई है। अंधेरा होने के कारण अभी भी पांच अन्य संदिग्ध ‘लापता’ लोगों की तलाश जारी है।
यात्री नौका जहाज के मालिक राजेंद्र पडटे ने कहा “नीलकमल दोपहर करीब 3.15 बजे एलीफेंटा द्वीप के लिए अपनी नियमित पर्यटन यात्रा पर रवाना हुआ था और बमुश्किल कुछ घंटों बाद ही इस त्रासदी की सूचना मिली, लेकिन इसमें हमारी कोई गलती नहीं थी।”
मुंबई शहर के कलेक्टर संजय यादव और रायगढ़ के कलेक्टर किसन जावले और पुलिस उपायुक्त (बंदरगाह क्षेत्र) सुधाकर पठारे बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
येलोगेट पुलिस स्टेशन में मुंबई पुलिस की तटीय इकाई मामले को संभाल रही है और उसने पीड़ित के रिश्तेदारों के लिए एक सूचना केंद्र खोला है।
एलीफेंटा द्वीप, भगवान शिव और अन्य हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित विश्व प्रसिद्ध मंदिरों का समूह है, जिनके बारे में कहा जाता है कि इन्हें 1,500-2,200 साल पहले चट्टानों को काटकर बनाया गया था, और यह महाराष्ट्र के दर्शनीय पर्यटन स्थलों में से एक है।


