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संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक, 19 मार्च को होगी विशाल किसान महापंचायत

संयुक्त किसान मोर्चा के सभी घटक संगठनों के नेताओं ने रविवार को दनकौर स्थित डूंगरपुर-रीलका गांव में किसान एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रमेश कसाना के आवास पर बैठक की। इस बैठक में 19 मार्च को यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर होने वाली विशाल किसान महापंचायत की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई

संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक, 19 मार्च को होगी विशाल किसान महापंचायत
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ग्रेटर नोएडा। संयुक्त किसान मोर्चा के सभी घटक संगठनों के नेताओं ने रविवार को दनकौर स्थित डूंगरपुर-रीलका गांव में किसान एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रमेश कसाना के आवास पर बैठक की। इस बैठक में 19 मार्च को यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर होने वाली विशाल किसान महापंचायत की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।

बैठक में भाकियू टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, भाकियू मंच, भाकियू भानु, भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू सम्पूर्ण भारत, भाकियू अखण्ड, भाकियू एकता, किसान एकता महासंघ, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, किसान बेरोजगार सभा और जय जवान जय किसान मोर्चा सहित सभी 14 किसान संगठनों के निर्णायक पदाधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा कि किसानों के हक की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने आह्वान किया कि "19 मार्च को सभी किसान जीरो पॉइंट पर पहुंचें और अपनी ताकत का प्रदर्शन करें।" उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।

संयुक्त किसान मोर्चा इससे पहले बीते साल 30 दिसंबर को भी ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत कर चुका है। उस महापंचायत की तैयारियों को लेकर गांव-गांव में बैठकें की गई थीं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भी महापंचायत में शामिल होकर किसानों को संबोधित किया था।

30 दिसंबर को हुई महापंचायत के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा था, "प्राधिकरण ने किसानों को 64.7 प्रतिशत मुआवजा और 10 प्रतिशत प्लॉट नहीं दिए हैं। साथ ही, 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी लागू नहीं किया गया है।"

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और प्राधिकरण की गलत नीतियों के कारण किसानों को लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है। पिछली महापंचायत में पहुंचे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिनमें से कई किसान नेता अभी भी जेल में बंद हैं। उनकी रिहाई के लिए किसान संगठन लगातार प्रयास कर रहे हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने स्पष्ट किया कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं ने 19 मार्च की महापंचायत को सफल बनाने के लिए सभी किसानों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की है।


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