Top
Begin typing your search above and press return to search.

लखनऊ : भाजपा 'संगठन पर्व-2024' की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की कार्यशाला आयोजित

भारतीय जनता पार्टी संगठन पर्व-2024 की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की राजधानी लखनऊ में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ

लखनऊ : भाजपा संगठन पर्व-2024 की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की कार्यशाला आयोजित
X

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी संगठन पर्व-2024 की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की सोमवार को राजधानी लखनऊ में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस मौके पर केंद्रीय पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े शामिल हुए। उन्होंने कहा कि चुनावों में युवा वर्ग को संगठन विस्तार में अहम भूमिका में लाया जाए।

उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन के विस्तार एवं वैचारिक मजबूती के आधार को निष्ठापूर्वक संगठन के चुनाव में अपनाए रखना है, जिससे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके। हमारा प्रयास रहे कि भाजपा का दर्शन, सिद्धांत एवं वैचारिक अधिष्ठान का आग्रह लोगों तक पहुंचे। भाजपा के संविधान के अनुसार नियमों के तहत आम सहमति से चुनावों में युवा वर्ग को संगठन विस्तार में अहम भूमिका में लाया जाए।

तावड़े ने कहा कि संगठन चुनाव में दौरान कार्यकर्ता की निष्ठा और उसका कमिटमेंट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। हम आज सत्ता में हैं और आगे भी सत्ता में रहें, इसलिए संगठन के विस्तार में पार्टी की विचारधारा के अनुरूप कार्यकर्ताओं को प्रेरित करके आगे लाना चाहिए। समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व देने का पूरा प्रयास करना है। संगठन विस्तार के साथ-साथ क्षेत्र के सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों का विश्लेषण करते हुए लीडरशिप को सामने लेकर आना है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि संगठन पर्व के पहले चरण में हमने जिलों में कार्यशाला की। इसके बाद मंडल स्तर पर कार्यशाला आयोजित की गईं। कार्यशालाओं के सफल संचालन के उपरांत बूथों पर संगठनात्मक बैठकें करके हम संगठन चुनाव को गति के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। आज के बाद संगठन के चुनावों की धुरी मंडल और उसके बाद जिला स्तर पर रहेगी। मंडल भी अपने कार्य का संगठनात्मक आधार है। मंडल की सक्रियता के कारण जिला, बूथ और शक्ति केंद्र के स्तर पर कार्य अच्छा हो जाता है। मंडल स्तर के चुनावों के लिए एक कार्य योजना तय है, जिसके बारे में आप सभी को बताया जाएगा कि क्या और कैसे करना है। अगर हम सभी पार्टी के सिद्धातों और नियमों के अनुरूप मिलकर कार्य करेंगे तो मुझे विश्वास है कि मंडल के चुनाव भी सफलता के साथ अगले 15 दिनों में सपन्न हो जाएंगे। चुनाव निर्विरोध एवं निर्बाध संपन्न हों, इसके लिए आपस में टीम भावना के साथ बैठकर सहमति के आधार पर कार्य करना है।

प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताया कि 5 दिसंबर तक सभी बूथ कमेटियां गठित कर ली जाएंगी। आज तक 98,000 बूथ समितियों का निर्वाचन संपन्न किया जा चुका है। सभी संगठनात्मक 98 जिलों में जिला चुनाव अधिकारी, मंडल चुनाव अधिकारी एवं शक्ति केंद्र चुनाव अधिकारी कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 5 सदस्यीय अपील कमेटी गठित कर ली गई है एवं पर्यवेक्षकों के नाम तय किए जा चुके हैं। जिनको 3 से 4 जिला का कार्य सौंपा गया है। संगठन पर्व के दूसरे चरण के लिए अब तक 63 जिलों की जिला कार्यशाला पूरी हो गई हैं। जिलों की कार्यशाला के साथ ही मंडल की बैठकें भी आरंभ है। 10 दिसंबर तक मंडल गठन के बारे में आरंभिक विचार आदि के लिए जिला चुनाव अधिकारी एवं सह चुनाव अधिकारी प्रवास कर रहे हैं। 15 दिसंबर तक सभी 1,918 मंडलों के संगठन चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। इसके बाद 16 दिसंबर से 30 दिसंबर के मध्य सभी 98 संगठनात्मक जिलों का चुनाव पूरा किया जाएगा।

बैठक में तय किया गया कि सभी बूथ कमेटियों का गठन 5 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाए। बैठक में सभी चुनाव अधिकारियों और सह चुनाव अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया कि बूथ कमेटियां गठित होने के बाद तुरंत मंडल अध्यक्षों के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। सभी मंडल अध्यक्षों का चयन 15 दिसंबर तक कर लिया जाए। वहीं, 30 दिसंबर तक सभी जिलाध्यक्षों का चुनाव करा लिए जाएंगे।

भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि सभी प्रमुख पदाधिकारी प्रवास करें और संगठन चुनाव तक उसी जिले में निवास करके हर वर्ग को संगठन में जिम्मेदारी देने का प्रयास करें। कार्यकर्ता आधारित संगठन के कारण ही उत्तर प्रदेश में हमने 2 करोड़ 60 लाख सामान्य सदस्यता की है। इसके अलावा 50 सदस्यता करने वाले एवं 100 रुपये शुल्क जमा करने वाले 2 लाख 5 हजार 789 कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में सक्रिय सदस्य बने हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है। भाजपा संगठन पर्व के साथ ही 6 दिसंबर को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर निर्वाण दिवस को सभी बूथों पर समता दिवस के रूप में मनाएगी। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती को सभी बूथों पर सुशासन दिवस के रूप में मनाया जायेगा। वहीं, 26 दिसंबर को जिला स्तर पर राष्ट्रीय बाल शहीदी दिवस मनाया जाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it