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'खटाखट शास्त्र' ने खराब कर दी कांग्रेस शासित राज्यों की हालत : गौरव वल्लभ

भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने विभिन्न राज्यों की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में "खटाखट शास्त्र" चल रहा है

खटाखट शास्त्र ने खराब कर दी कांग्रेस शासित राज्यों की हालत : गौरव वल्लभ
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रांची। भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने शनिवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने विभिन्न राज्यों की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में "खटाखट शास्त्र" चल रहा है।

भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा, "कांग्रेस में जो खटाखट शास्त्र चला है, उसने ही आज यह हालत कर दी है कि हिमाचल सरकार के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे नहीं हैं। अफीम की खेती के लाइसेंस बांट रहे हैं। एक समय था कि हिमाचल अपनी सेब की खेती के लिए मशहूर था, लेकिन आज हिमाचल की सरकार खटाखट शास्त्र के चक्कर में आकर अफीम की खेती के लाइसेंस बांट रही है।"

उन्होंने आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस का दारू प्रेमी पार्टी (आम आदमी पार्टी) से अलायंस है। उन्होंने पंजाब का पूरा वित्तीय कुप्रबंधन कर दिया और दिल्ली के इतिहास में पहली बार यह हुआ कि आमदनी राजस्व के खर्चों से भी कम है। देश के कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां कांग्रेस या फिर उसके सहयोगियों की सरकारें हैं। उन्होंने उन राज्यों के वित्तीय प्रबंधन का पूरा सत्यानाश कर दिया और खामियाजा वहां के लोगों को उठाना पड़ रहा है।"

भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस करप्शन का एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने सब जगह सिर्फ भ्रष्टाचार किया है। नैतिक, वित्तीय, मानसिक और सोच का भ्रष्टाचार किया है। कांग्रेस पार्टी को अपने भीतर झांककर देखना चाहिए कि क्यों लोगों का उस पर से विश्वास उठ रहा है। उन्हें यह सोचना पड़ेगा कि क्यों देश के लोगों ने उसको एकदम से सत्ता से बेदखल कर दिया है। देश में लोग अब कांग्रेस की विचारधारा और उसकी बातों पर विश्वास नहीं कर रहे हैं, क्योंकि अब हालात यह हो गए हैं कि एक-दो साल बाद कांग्रेस देश के एक-दो राज्य में ही रहेगी। शायद ऐसा भी हो सकता है कि वह वहां भी हार जाए।

गौरव वल्लभ ने अरविंद सावंत के बयान पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके घटक दलों की यह विचारधारा है। एक विधायक हेमंत सोरेन के परिवार की महिला के लिए अभद्र टिप्पणी करता है तो वह मुस्कुराते हैं। जो मुख्यमंत्री अपने परिवार की महिला के लिए चुप्पी नहीं तोड़ सकता, वह उस प्रदेश की महिलाओं के लिए क्या बात करेगा। इरफान अंसारी ने सीता सोरेन के लिए किस तरह के शब्दों का प्रयोग किया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने किसी भी तरह से चुप्पी नहीं तोड़ी। अरविंद सावंत खुद को शिवसेना (यूबीटी) का शिवसैनिक बताते हैं। अगर बाला साहब ठाकरे होते तो अरविंद सावंत को बुलाकर तुरंत पार्टी से निष्कासित कर देते।

भाजपा नेता ने असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "ओवैसी की जैसी सोच है, वह निंदनीय है। वह अपने कृत्यों से बहुसंख्यकों की धार्मिक आस्थाओं पर लगातार चोट करते हैं, लेकिन बहुसंख्यक लोग अब इन चीजों को नहीं सहेंगे।"

गौरव वल्लभ ने गांधी परिवार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी राज्यसभा में हैं, वह खुद लोकसभा में हैं और उनकी बहन लोकसभा का उपचुनाव लड़ रही है। जीजाजी भी देर सवेर कहीं न कहीं पहुंच ही जाएंगे। रही बात भांजे और भांजियों की तो उन्हें भी लॉन्च करने का प्रयास किया जा रहा है। क्या महात्मा गांधी ने इसके लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर करके देश को आजादी दिलाई थी कि एक परिवार आएगा और वह देश की सत्ता पर काबिज हो जाएगा। क्या सुभाष चन्द्र बोस और भगत सिंह ने हंसते-हंसते अपनी जान इन लोगों के लिए दी थी।


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