पीएम मोदी के भाषण पर खरगे का पलटवार , ‘मोदी जी ने देश को धोखा देने की अपनी गलती मान ली'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दी गई स्पीच पर सियासी घमासान तेज हो गया है। बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में कांग्रेस पर कई हमले किए थे। इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार किया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दी गई स्पीच पर सियासी घमासान तेज हो गया है। बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में कांग्रेस पर कई हमले किए थे। इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार किया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दी गई स्पीच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पलटवार किया है। खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट कर पीएम मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट कर कहा कि जो व्यक्ति सिर्फ इतिहास में रहता है वो वर्तमान और भविष्य का क्या निर्माण करेगा! इस सरकार के हाथों में देश का भविष्य अंधकारमय है। बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असामनता, मंदी, लुढ़कता रुपया, गिरता निजी निवेश और विफल 'मेक इन इंडिया' पर बात करने के बजाय मोदी जी केवल कांग्रेस को कोसते रहे।
जो व्यक्ति सिर्फ़ इतिहास में रहता है वो वर्तमान और भविष्य का क्या निर्माण करेगा !
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 6, 2025
इस सरकार के हाथों में देश का भविष्य अंधकारमय है।
बेरोज़गारी, महँगाई, आर्थिक असामनता, मंदी, लुढ़कता रूपया, गिरता निजी निवेश और विफ़ल 'मेक इन इंडिया' पर बात करने के बजाय मोदी जी केवल कांग्रेस को…
खरगे ने आगे कहा कि उन्होंने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और गरीब की योजनाओं की बात करने के बजाय इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर सदन को गुमराह करने का काम किया। पीएम मोदी के राज्यसभा में भाषण को लेकर खरगे ने कहा कि मोदी जी का आज का भाषण ये दर्शाता है कि उन्होंने देश को धोखा देने की अपनी गलती मान ली है। आज महंगाई से लोगों की बचत समाप्त हो गई। बेरोज़गारी से युवाओं में भारी असंतोष है। जीडीपी विकास दर 4 सालों में सबसे नीचे है, रुपया सबसे कमज़ोर स्तर पर है। किसानों की आय दोगुनी नहीं, उन पर क़र्ज़ तीन गुना हो गया है। चंद अरबपतियों को देश का हर संसाधन सौंपा जा रहा है, जो अमीर हैं, वो देश छोड़कर जा रहे हैं।


