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खड़गे ने शांति-भाईचारे के संदेश के साथ अजमेर शरीफ दरगाह के लिए भेजी चादर

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाने के लिए अपनी और पार्टी की ओर से चादर भेजी

खड़गे ने शांति-भाईचारे के संदेश के साथ अजमेर शरीफ दरगाह के लिए भेजी चादर
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाने के लिए अपनी और पार्टी की ओर से चादर भेजी।

उन्होंने देश की गंगा-जमुनी संस्कृति का जिक्र किया और प्रेम और स्नेह फैलाने तथा नफरत फैलाने वाली ताकतों को हराने का आह्वान किया। खड़गे ने कहा कि राष्ट्रीय एकता और भाईचारे की जड़ें इतनी गहरी हैं कि उन्हें विकृत मानसिकता वाले कुछ लोग हिला नहीं सकते।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैं ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी के 813 वां उर्स मुबारक के मौके पर अपनी और कांग्रेस पार्टी की ओर से चादर रवाना करते हुए खुद को बेहद खुशकिस्मत महसूस कर रहा हूं। कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते आज उस परंपरा को निभाने का मौका मिला जो साल-दर-साल हमारी पार्टी निभाती है। इसके पीछे देश के हर नागरिकों का कल्याण और विश्व कल्याण की भावना है।"

खड़गे ने आगे लिखा, "चादर चढ़ाने के पीछे हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब, कौमी एकता, आपसी भाईचारा, प्यार व मोहब्बत, अदब और रवादारी की अलामत है। पूरी दुनिया को इससे यह संदेश जाना चाहिए कि हिंदुस्तान में कौमी इत्तेहाद और भाईचारा की जड़ें इतनी गहरी हैं कि वे चंद झोंकों और विकृत सोच के लोगों द्वारा हिलाई नहीं जा सकती हैं। हमारे पुरखों ने संविधान बनाते समय कौमी एकता की भावना को केंद्र में रखा था, जिसकी हिफाजत करना हर भारतीय का कर्तव्य है।"

उन्होंने आगे कहा, "यहां मैं ये याद दिलाना चाहूंगा कि 2025 हमारे महान नायक महात्मा गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी का साल है। 1924 में उनकी अध्यक्षता में देश भर के लोग बेलगांव में एकत्र हुए थे और उन्होंने छुआछूत, भेदभाव और नफरत की भावना के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया था। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि नफरत के सौदागरों ने ही हमसे राष्ट्रपिता को छीना है, लेकिन उनके विचार जिंदा हैं, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार जनता के सरोकारों को आगे रख कर संघर्ष कर रही है। इसलिए अमन चैन और भाईचारे का संदेश ख्वाजा की दरगाह से पूरी दुनिया में जाना चाहिए। हम दुआ करें कि मुल्क के अंदर अमन, शांति, प्यार और मोहब्बत, जम्हूरियत और सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब चांद और सूरज की मौजूदगी तक कायम रहे।"

वहीं शनिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई चादर चढ़ाई और उनका का संदेश पढ़ा। इसमें सभी धर्मों के लोगों से सद्भाव के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया गया है।


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