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जम्मू : 'सरस आजीविका मेला' में ग्रामीण महिलाओं ने दिखाया हुनर

जम्मू के कला केंद्र में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव मोहम्मद अजीज असद ने गुरुवार को 10 दिवसीय 'सरस आजीविका मेला' का उद्घाटन किया

जम्मू : सरस आजीविका मेला में ग्रामीण महिलाओं ने दिखाया हुनर
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जम्मू। जम्मू के कला केंद्र में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव मोहम्मद अजीज असद ने गुरुवार को 10 दिवसीय 'सरस आजीविका मेला' का उद्घाटन किया। इस मेले में 19 राज्यों की ग्रामीण महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। 'मिनी इंडिया' के नाम से विख्यात यह मेला सांस्कृतिक विविधता और आत्मनिर्भरता का उत्सव है।

मेले में ग्रामीण महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में किए गए अद्वितीय प्रयासों को सराहा गया। इसमें स्थानीय और दूरदराज के क्षेत्रों से आई महिला उद्यमियों ने अपनी कड़ी मेहनत और हुनर का परिचय दिया। इस अवसर पर आमंत्रित लोगों ने महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीदारी भी की।

त्रिपुरा, कश्मीर और जम्मू की महिलाओं ने मोदी सरकार द्वारा दी गई विभिन्न योजनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के कारण वे अपने घरों से बाहर निकलकर अपनी कला और हुनर को दिखा पा रही हैं और इससे उन्हें सशक्तिकरण का अहसास हुआ है।

महिलाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री ने उन्हें अपने घरों से बाहर निकलने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा, "हम उनका दिल से धन्यवाद करते हैं और यह प्रार्थना करते हैं कि ऐसी योजनाएं आगे भी जारी रहें, जिससे हमें और लाभ मिल सके। जब ये योजनाएं हमें ऊपर उठाती हैं, तो हमारे आत्म-निर्भर समूहों की महिलाओं में खुशी आती है और उनकी खुशी हमारे लिए भी खुशी लाती है। हम प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हैं।"

त्रिपुरा की जोशना ने बताया कि गुरुवार से मेले की शुरुआत हुई है। अभी दो दिन ही हुए हैं। उनके ग्रुप में 30 महिलाएं हैं। सभी हाथों से काम करती हैं। जोशना ने बताया कि त्रिपुरा में उनकी फैक्ट्री है। वह जम्मू में पहली बार आई हैं। महिलाओं की स्थिति अब काफी हद तक बदल गई है। महिलाएं अब चारदीवारी के भीतर नहीं रहती हैं, वे विदेशों तक जा रही हैं। पीएम मोदी उनके लिए अच्छा काम कर रहे हैं।

जम्मू की नीता देवी ने बताया कि वे 'कृष्ण' नाम से सेल्फ हेल्प ग्रुप चला रही हैं। वे चावल, हल्दी, मिर्च और मसाले बेचती हैं। उन्होंने कहा, "हमारे साथ 250 बहनें जुड़ी हैं। उनका काफी योगदान है। इस स्कीम से हम लोगों को काफी लाभ हो रहा है। हमारी अभी शुरुआत है। पीएम मोदी की वजह से हमें रोजगार मिला, हमारी आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। हमारी बहनों को रोजगार बहुत मिला है।"

उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि और भी बहनों की मदद हो। महिलाएं आज घर से बाहर निकल रही हैं, इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया।

कश्मीर की एक महिला समा ने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप की सदस्य बनने से पहले उनके पास कोई मार्केट नहीं था, इसलिए उत्पादों के दाम भी ठीक नहीं मिलते थे। इस स्कीम से जुड़ने के बाद अपने हुनर को दिखाने का मौका मिला है। जिनके पास पैसे नहीं हैं, वे भी अब स्किल दिखा सकते हैं।

उन्होंने कहा, "अब हमारा कारोबार बाहर तक पहुंच रहा है। स्कीम की वजह से हमारे पास पैसे आए, हमें मार्केट मिला, और हमारी डिमांड भी पूरी हुई। हम इस स्कीम के लिए बहुत शुक्रगुजार हैं। इसके जरिए हमें अपने राज्य से बाहर जाने का भी मौका मिलता है। हम अपनी सेलिंग और मार्केटिंग खुद करते हैं। पीएम मोदी हमारी काफी मदद कर रहे हैं, इस स्कीम से हमें प्रेरणा मिली है।"


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