Top
Begin typing your search above and press return to search.

चुनावी साल में प्रधानमंत्री मोदी को बिहार और बिहारियों की चिंता सताएगी: तेजस्वी यादव

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार आगमन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता के सवालों के जरिये जमकर हमला बोला और कहा कि चुनावी वर्ष में अगले कुछ महीनों तक मोदी को राज्य और बिहारियों की गजब चिंता सताएगी

चुनावी साल में प्रधानमंत्री मोदी को बिहार और बिहारियों की चिंता सताएगी: तेजस्वी यादव
X

पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार आगमन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता के सवालों के जरिये जमकर हमला बोला और कहा कि चुनावी वर्ष में अगले कुछ महीनों तक मोदी को राज्य और बिहारियों की गजब चिंता सताएगी।

तेजस्वी ने सोमवार को यहां बयान जारी कर कहा कि सर्वविदित है कि चुनावी वर्ष में अगले कुछ महीनों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार और बिहारियों की गजब चिंता सताएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आज बिहार में है। प्रदेश में 20 वर्षों से उनकी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार और केंद्र में 11 वर्षों से सरकार है। बिहारवासी उनसे झूठ और जुमला नहीं बल्कि कुछ वाज़िब सवाल पूछना चाहते हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री से 15 प्रमुख सवाल पूछे, जिनमें बिहार की आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक स्थिति को लेकर जवाब मांगा गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया गया था लेकिन 2025 आ गया और महंगाई एवं बेरोज़गारी ने उनकी हालत और खराब कर दी।

तेजस्वी ने पूछा कि बिहार के किसान खेतिहर मज़दूर और बटाईदारी पर अधिक निर्भर हैं लेकिन डबल इंजन सरकार ने उनके लिए कुछ भी विशेष नहीं किया। बिहार के किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साक्षरता दर सबसे कम क्यों है और प्रति व्यक्ति निवेश भी सबसे कम क्यों है।

नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि बिहार को पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क योजना में शामिल क्यों नहीं किया गया और 20 साल के राजग शासन के बावजूद गरीबी और बेरोज़गारी में बिहार अव्वल क्यों बना हुआ है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज क्यों नहीं मिला। उन्होंने पूछा कि वर्ष 2014 में मोतिहारी की चीनी मिल चालू करवाने का वादा किया गया था लेकिन वह अब तक बंद क्यों है।

तेजस्वी ने कहा कि मधुबनी, सारण, गोपालगंज, नवादा, मुजफ़्फरपुर की बंद पड़ी चीनी मिलें और कटिहार की जूट मिल कब चालू होंगी। उन्होंने यह भी पूछा कि रेलवे और सेना में युवाओं को नौकरियां कब मिलेंगी और बिहार सरकार द्वारा पारित 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में क्यों नहीं जोड़ा जा रहा।

राजद नेता ने आगे कहा कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना क्यों नहीं करा रही और बिहार से सबसे अधिक पलायन होता है, इसे रोकने के लिए क्या किया गया। उन्होने पूछा कि बिहार के विशेष खाद्य पदार्थों, उद्योगों और सांस्कृतिक धरोहरों को लेकर केंद्र सरकार की कोई नीति क्यों नहीं बनी।

तेजस्वी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इस साल प्रधानमंत्री श्री मोदी को गंगा मैया, छठी मैया, जानकी मैया, महात्मा बुद्ध, गुरु गोविंद सिंह, जननायक कर्पूरी ठाकुर, लिट्ठी-चोखा, मखाना, आम, लीची, सिल्क उद्योग और कथित विशेष पैकेज की बहुत याद आएगी। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों से प्रधानमंत्री श्री मोदी सत्ता में हैं और बिहार में 20 वर्षों से उनकी सरकार है फिर भी बिहार को कुछ खास नहीं मिला। अब जनता झूठे वादों और प्रचार से ऊपर उठ चुकी है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it