Top
Begin typing your search above and press return to search.

राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण से बहुत निराश हूं : प्रमोद तिवारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी के भाषण को कुंठा से भरा हुआ बताया

राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण से बहुत निराश हूं : प्रमोद तिवारी
X

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी के भाषण को कुंठा से भरा हुआ बताया।

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण हताशा और कुंठा से भरा हुआ था, मैं उससे बहुत निराश हूं। लगता है पीएम मोदी के पास अब देश को देने के लिए कोई संदेश भी नहीं बचा है। वे पूरी तरह अपनी सरकार के कामकाज से निराश हैं। इसलिए कांग्रेस को गाली देते रहे। वो क्या करेंगे देश के लिए ये नहीं बता पाए।

वहीं, पीएम मोदी के राज्यसभा में संबोधन पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति की आलोचना की और देश को लाइसेंस राज के तहत शासन के इतिहास की याद दिलाई। कांग्रेस तुष्टिकरण की पार्टी है। कांग्रेस लाइसेंस राज की पार्टी है। आज की पीढ़ी के कई लोगों को इस बारे में नहीं पता है। पीएम मोदी के इस भाषण से उन्हें पता चलेगा और समझ आएगा।

बता दें कि पीएम मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी के दौर में लगाई गई इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर जुबानी प्रहार किए।

पीएम मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं का आदर करना चाहिए था, उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए थी। लेकिन, कांग्रेस ने आजादी के तुरंत बाद ही संविधान निर्माताओं की भावनाओं की धज्जियां उड़ा दी थीं। आजादी के बाद जब देश में चुनी हुई सरकार नहीं थी और चुनाव तक के लिए स्टॉप-गैप अरेंजमेंट था, तो उस स्टॉप-गैप अरेंजमेंट में जो महाशय बैठे थे, उन्होंने आते ही संविधान में संशोधन कर दिया। चुनी हुई सरकार आने तक का भी इंतजार नहीं किया। उन्होंने 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' को कुचला, अखबारों पर, प्रेस पर लगाम लगा दी और दुनिया में डेमोक्रेट का टैग लगाकर घूमते रहे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it