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नक्सली हमले में शहीद एसआई को राज्यपाल गंगवार और सीएम हेमंत ने दी श्रद्धांजलि, बोले-शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी

झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आकर शहीद हुए सीआरपीएफ के एसआई सुनील कुमार मंडल को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

नक्सली हमले में शहीद एसआई को राज्यपाल गंगवार और सीएम हेमंत ने दी श्रद्धांजलि, बोले-शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी
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रांची। झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आकर शहीद हुए सीआरपीएफ के एसआई सुनील कुमार मंडल को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने रांची के धुर्वा स्थित 133वीं सीआरपीएफ बटालियन के कैंपस में पहुंचकर शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। राज्यपाल ने कहा कि जवान सुनील कुमार मंडल का अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा। आने वाली पीढ़ियों के लिए वह प्रेरणा बने रहेंगे।

उन्होंने शहीद के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुखद घड़ी में पूरा राष्ट्र उनके साथ खड़ा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चल रहा है और इसमें व्यापक सफलता भी मिली है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए जवान की शहादत को हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

सीआरपीएफ के सुनील कुमार मंडल और एक अन्य जवान झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के छोटानागरा थाना क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों द्वारा बिछाए आईईडी की चपेट में आने से बुरी तरह जख्मी हुए थे। दोनों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था, जहां सुनील कुमार मंडल ने दम तोड़ दिया था।

विस्फोट की यह घटना उस वक्त हुई थी, जब सुरक्षा बलों का दस्ता जंगलवर्ती इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन पर था। चाईबासा के दुरूह जंगलों और पहाड़ियों में पनाह लेकर हिंसक वारदातें अंजाम देने वाले माओवादी नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने और अपने ठिकानों तक पहुंचने से रोकने के लिए नक्सलियों ने पूरे इलाके में जमीन के नीचे जगह-जगह आईईडी लगा रखे हैं, जिन पर जवानों के पांव पड़ते या हल्का प्रेशर बनते ही विस्फोट हो जाता है। इस मार्च महीने में आईईडी विस्फोट की तीन घटनाएं हुई हैं, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर की शहादत के अलावा पांच अन्य जवान- अफसर घायल हुए हैं।



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