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किसानों ने कहा, 'खाद के लिए सुबह 6 बजे से लाइन में लग रहे हैं, फिर भी नहीं मिल पा रहा है'

मध्यप्रदेश के दतिया में डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं। किसानों को खाद के लिए सुबह 6 बजे लाइन में लगना पड़ता है। चार घंटे के बाद सुबह 10 बजे टोकन बांटे जाते हैं

किसानों ने कहा, खाद के लिए सुबह 6 बजे से लाइन में लग रहे हैं, फिर भी नहीं मिल पा रहा है
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दतिया। मध्यप्रदेश के दतिया में डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं। किसानों को खाद के लिए सुबह 6 बजे लाइन में लगना पड़ता है। चार घंटे के बाद सुबह 10 बजे टोकन बांटे जाते हैं।

किसान टोकन के हिसाब से खाद लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं। लेकिन, पूरा दिन खराब होने के बावजूद इस बात की गारंटी नहीं होती है कि किसानों को खाद मिलेगी।

खाद की किल्लत की वजह से स्थिति यह हो गई है कि खाद बांटने के लिए प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ रही है। हाल ही में किसानों ने कृषि उपज मंडी के सामने विरोध प्रदर्शन किया था। किसानों ने मंडी के सामने जाम लगा दिया था। उल्लेखनीय है कि दतिया जिले में रबी सीजन में 81 हजार 400 टन यूरिया, डीएपी, एनपीके खादों की डिमांड प्रशासन को भेजी गई। लेकिन, अब तक जिले में सिर्फ 24 हजार 57 टन ही खाद उपलब्ध हो सका है। यही कारण है कि जिले में खाद का संकट गहराने लगा है।

खाद के लिए लाइन में लगे एक किसान ने बताया है कि दो बोरी खाद चाहिए। लेकिन, घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिली है। सरकार को जब वोट चाहिए होता है तो वोट मिल जाता है। लेकिन, इसके बाद हमारी सुध नहीं ली जाती है।

एक अन्य किसान ने बताया खाद लेने के लिए 70 साल के बुजुर्ग भी परेशान हो रहे हैं। प्रशासन सुध नहीं ले रहा है। हम रोज यहां आकर सिर्फ परेशान ही हो रहे हैं।

वहां उपस्थित दूसरे किसानों ने बताया है कि सुबह 10 बजे आए थे। 180 टोकन बांटे गए हैं। इसके बाद टोकन नहीं बांटे गए। खाद लेने के लिए सुबह 6 बजे लाइन में लगना पड़ रहा है। पूरे दिन का समय बर्बाद हो जाता है लेकिन, इस बात की गारंटी नहीं है कि खाद मिलेगी या नहीं।


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