कांग्रेस के शशि थरूर ने शून्य काल के दौरान आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि, सुविधायें बढ़ाने की मांग
लोकसभा में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य एवं मातृत्व सेवाओं के लिये उनके योगदान की सराहना की गयी और उनकी प्रोत्साहन राशि और सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की गई
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य एवं मातृत्व सेवाओं के लिये उनके योगदान की सराहना की गयी और उनकी प्रोत्साहन राशि और सुविधाओं को बढ़ाने की मांग की गई।
कांग्रेस के शशि थरूर ने शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुये कहा कि केरल में आशा कार्यकर्ता अपनी प्रोत्साहन राशि और अन्य सुविधाओं को बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही हैं और उन्हें व्यापक समर्थन भी मिल रहा है।
थरूर ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के मासिक प्रोत्साहन में पर्याप्त बढ़ोत्तरी की जानी चाहिये। उन्हें सामाजिक सुरक्षा और सेवानिवृत्ति सुविधायें दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि केरल सरकार को उनकी मांगे जल्द मान लेनी चाहिये, जिससे उनका आंदोलन समाप्त किया जा सके।
कांग्रेस के ही वी के श्रीकंदन ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को मात्र सात हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में मिल रहे हैं, जो पर्याप्त नहीं हैं। उनकी प्रोत्साहन राशि 21 हजार रुपये की जानी चाहिये और सेवानिवृत्ति पर उन्हें पांच लाख रुपये दिये जाने चाहिये। उन्होंने कहा कि कोविड काल में आशा कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदान की गयी सेवाओं को याद रखते हुये केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करके उनकी मांगे मानने के लिये केरल सरकार को बाध्य करना चाहिये।
कांग्रेस के शफी परम्बिल ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को मिल रही प्रोत्साहन राशि नाकाफी है और उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाना चाहिये।


