Top
Begin typing your search above and press return to search.

कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा, ‘चुनाव प्रकिया निष्पक्ष नहीं थी’

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार महाविकास अघाड़ी बर्दाश्त नहीं कर पाई है। ईवीएम पर लगातार दोष लगाने के बाद इंडिया ब्लॉक के नेता सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं

कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा, ‘चुनाव प्रकिया निष्पक्ष नहीं थी’
X

नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार महाविकास अघाड़ी बर्दाश्त नहीं कर पाई है। ईवीएम पर लगातार दोष लगाने के बाद इंडिया ब्लॉक के नेता सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं।

मंगलवार को एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर इंडिया ब्लॉक में शामिल राजनीतिक दलों के प्रमुखों ने मुलाकात की। बैठक में दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी भी पहुंचे।

सबका कहना यही रहा कि महाराष्ट्र में ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से महाविकास अघाड़ी को हार का सामना करना पड़ा। बैठक में अरविंद केजरीवाल ने वोटर लिस्ट से संबंधित अपनी चिंताओं के बारे में कहा।

इस पूरे मामले पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया में गड़बड़ तो है। इलेक्शन के दिन वोटर टर्नआउट कुछ और होता है दो दिन बाद कुछ और होता है। हम लोग लगातार ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे थे शिकायत कर रहे थे। जिस तरह से चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण दिया गया चुनाव आयोग ने उस पर चुप्पी साध रखी थी। इससे साफ होता है कि चुनाव की जो प्रक्रिया थी वह निष्पक्ष नहीं थी। इसे लेकर हम आवाज उठाएंगे।

राज्यसभा के सभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा कि हमारी तरफ से विपक्ष पहले ही अविश्वास प्रस्ताव ला चुका है और करीब 60 सांसदों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं। अब यह सरकार पर है कि वे आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करें।

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस के अन्य नेताओं का कहना है कि राज्यसभा के सभापति द्वारा अत्यंत पक्षपातपूर्ण तरीके से उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन किया जा रहा है। विपक्षी सांसदों ने इसके प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है।

कांग्रेस सांसदों का कहना है कि राज्यसभा में इस प्रकार की पक्षपातपूर्ण कार्यवाही के कारण इंडिया गठबंधन से जुड़े विपक्षी दलों के पास सभापति के खिलाफ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it