बसपा नेता की हत्या से फिर खुली कानून व्यवस्था की पोल:भूपेन्द्र सिंह हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बसपा के हरियाणा सचिव हरबिलास रज्जुमाजरा की हत्या पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि हत्या से फिर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की पोल खुल गई है

चंडीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बसपा के हरियाणा सचिव हरबिलास रज्जुमाजरा की हत्या पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि हत्या से फिर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की पोल खुल गई है।
उन्होंने यहां जारी बयान में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गहरी चिंता जाहिर करते हुये कहा कि नारायणगढ़ में हुई बसपा नेता की हत्या से एकबार फिर स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में बदमाश पूरी तरह बेखौफ हैं और कानून-व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है। मुख्यमंत्री के खुद के क्षेत्र में ऐसी वारदातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के बाकी इलाकों में स्थिति क्या होगी।
भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि इससे पहले बहादुरगढ़ में इंडियन नेशनल लोकदल नेता और हांसी में जननायक जनता पार्टी नेता की इसी तरह हत्या हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा विधायक फिरौती की वारदातों के शिकार हो चुके हैं। खुद भाजपा के नेता और पुलिस वाले भी सुरक्षित नहीं हैं। कुछ महीने पहले ही करनाल में बदमाशों ने एक पुलिस वाले की हत्या कर दी थी और नूंह में खनन माफिया ने एक पुलिस उपायुक्त की जान ले ली थी। हत्या, लूट, डकैती, फिरौती और बलात्कार जैसी वारदातें आम हरियाणवी की दिनचर्या का हिस्सा बन गयी हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि एनसीआरबी के सरकारी आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में रोज 3-4 लोगों की हत्या होती है। रोज 4-5 महिलाओं के साथ बलात्कार, दर्जनभर अपहरण और करीब 100 चोरी, लूट, डकैती और फिरौती जैसी वारदातें होती हैं।
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि 2005 में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी, तो उस समय भी कानून- व्यवस्था का बुरा हाल था लेकिन कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित किया और तमाम बदमाश या तो जेल पहुंचे या हरियाणा छोड़कर भाग गये। इसके कारण आम लोगों और कारोबारियों को प्रदेश में सुरक्षित माहौल मिला और प्रदेश में जमकर निवेश, विकास और रोजगार सृजन हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हरियाणा में जंगलराज की स्थापना कर दी है, जिससे कारोबारी यहां निवेश करने से भी डरते हैं और निवेश नहीं होने से लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है और फिर बेरोजगारी के कारण लगातार अपराध बढ़ रहे हैं।


